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BJP : संजय राउत और मल्लिकार्जुन खड़गे का बीजेपी पर आरोप, जहां कमजोर पड़ी बीजेपी वहां भड़का देती है सांप्रदायिक हिंसा

BJP : महाराष्ट्र में भी बड़े पैमाने पर हुए दंगों पर शिवसेना (उद्धव ठाकरे) के नेता संजय राउत ने भी पीएम मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि जब भी भाजपा कहीं सियासी रूप से खुद को कमजोर पाती है, तो वे ध्रुवीकरण की गंदी राजनीति पर उतर आते हैं। संजय राउत ने आरोप लगते हुए कहा, देशभर में जहां भाजपा शासन में नहीं है उन राज्यों में दंगे होना एक सुनियोजित चाल है। बंगाल में हिंसा की आग भड़काने में भी बीजेपी का ही हाथ है। संजय राउत ने आरोप लगाते हुए कहा, जब भी देश में कहीं चुनाव नजदीक नजर आते हैं, और भाजपा को हार का डर लगता है तो वे वहां दंगे और हिंसा भड़का देते हैं।

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल, बिहार, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में रामनवमी के दिन जब जब हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच सांप्रदायिक हिंसा हुई तो विपक्ष ने इसको लेकर बीजेपी पर आरोप लगाना शुरू कर दिया। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब भी भाजपा कहीं, किसी राज्य में कमजोर पड़ती है, वो दंगे भड़का देते हैं। यह सिर्फ नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कार्य कर रही केंद्र सरकार के हथकंडे हैं। साम, दाम, दंड, भेद की नीति के तहत ये ध्रुवीकरण की राजनीति करते हैं।

इससे पहले आपको बता दें कि महाराष्ट्र में भी बड़े पैमाने पर हुए दंगों पर शिवसेना (उद्धव ठाकरे) के नेता संजय राउत ने भी पीएम मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि जब भी भाजपा कहीं सियासी रूप से खुद को कमजोर पाती है, तो वे ध्रुवीकरण की गंदी राजनीति पर उतर आते हैं। संजय राउत ने आरोप लगते हुए कहा, देशभर में जहां भाजपा शासन में नहीं है उन राज्यों में दंगे होना एक सुनियोजित चाल है। बंगाल में हिंसा की आग भड़काने में भी बीजेपी का ही हाथ है। संजय राउत ने आरोप लगाते हुए कहा, जब भी देश में कहीं चुनाव नजदीक नजर आते हैं, और भाजपा को हार का डर लगता है तो वे वहां दंगे और हिंसा भड़का देते हैं।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि बीते दिनों रामनवमी के मौके पर पश्चिम बंगाल, बिहार, गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में हिंसा भड़क उठी थी। इस सांप्रदायिक हिंसा में आगजनी और पथराव की घटनाएं भी सामने आई थी, जिसके बाद आताताइयों पर पुलिस की कार्रवाई हुई और करीब 150 लोगों की गिरफ्तारी भी की गयी थी। लेकिन इसके बाद भी बिहार के सासाराम और पश्चिम बंगाल के हावड़ा में हिंसा रुकी नहीं। बिहार में अबतक करीब 187 लोग और बंगाल हिंसा में करीब 57 लोगों की गिरफ्तारी की गई है।