मैनपुरी। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने एक बार फिर सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। ओमप्रकाश राजभर ने अखिलेश पर सपा के ही गढ़ कहे जाने वाले मैनपुरी में निशाना साधा। ओमप्रकाश राजभर ने बुधवार को मैनपुरी में एक जनसभा में अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव को निशाने पर लेते हुए ऐसा दावा कर दिया, जिसे जानकर आप चौंक जाएंगे। ओमप्रकाश राजभर ने जनसभा में अखिलेश और डिंपल के बारे में कहा कि अंदर की बात लोग नहीं जानते। दिन में अखिलेश यादव और डिंपल यादव बीजेपी के खिलाफ बोलते हैं, लेकिन रात को दोनों ही पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को गुलदस्ता देते हैं। ओमप्रकाश राजभर ने ये दावा भी किया कि आजमगढ़ में सपा का खाता नहीं खुलेगा। दरअसल, आजमगढ़ को सपा का गढ़ माना जाता रहा, लेकिन पिछले साल यहां लोकसभा के उपचुनाव में बीजेपी ने सपा को हरा दिया था।
ओमप्रकाश राजभर ने पहले भी अखिलेश यादव पर खूब निशाना साधा है। जबकि, 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान वो अखिलेश के साथ ही थे। इस चुनाव को जीतकर यूपी में जब बीजेपी ने दोबारा सरकार बना ली, तो ओमप्रकाश राजभर की सुभासपा ने सपा से नाता तोड़ लिया। इसके बाद ही ओमप्रकाश राजभर ने लगातार अखिलेश यादव को निशाना बनाना शुरू किया और अब मैनपुरी में सबसे चौंकाने वाला दावा सपा के अध्यक्ष और उनकी सांसद पत्नी के बारे में किया है। इससे पहले ओमप्रकाश राजभर ने एक बार कहा था कि अखिलेश यादव एसी कमरे से बाहर ही नहीं निकलते। इसी वजह से यूपी में सपा को हार का सामना करना पड़ा। हाल में 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और सपा की हार के बाद ओमप्रकाश राजभर ने तंज कसते हुए कहा था कि 3 बैठक के बाद 3 राज्य गायब हो गए और अब चौथी बैठक कर रहे हैं। उन्होंने कहा था कि रिजल्ट सामने है और कोई कहने की बात नहीं है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और डिंपल यादव को ओमप्रकाश राजभर ने शायद इस वजह से फिर निशाने पर लिया, क्योंकि अखिलेश के चाचा और सपा के विधायक शिवपाल सिंह यादव ने ओमप्रकाश राजभर को फिर योगी सरकार में मंत्री न बनाए जाने पर तंज कसा था। शिवपाल ने कहा था कि हम भी फिर एक बार महाराज जी (योगी आदित्यनाथ) से उनके लिए सिफारिश कर देंगे। शिवपाल यादव ने विधानसभा में भी योगी के सामने कह दिया था कि ओमप्रकाश राजभर मंत्री बनने का ख्वाब संजोए बैठे हैं। अखिलेश ने भी राजभर पर तंज कसा था। शायद इसी वजह से एक बार फिर सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर उनसे तिलमिलाए हैं।