लखनऊ। यूपी के विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को पाताल में पहुंचाने का बड़बोला बयान देने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी SBSP (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर सपा के साथ जाने से मिले झटके से परेशान हैं। राजभर ने सोचा था कि सपा की सरकार बनने पर उनके दिन फिर जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और बीजेपी ने एक बार फिर योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार बना ली। अब सूत्रों का कहना है कि राजभर एक बार फिर बीजेपी के साथ जाने की कोशिश में जुटे हैं। हालांकि, इसमें उन्हें कितनी सफलता मिलेगी, इस पर सवाल उठ रहे हैं।
सुभासपा ने विधानसभा चुनाव में 6 सीटें हासिल की थीं। अब राजभर ने चुनाव नतीजों पर मंथन के लिए प्रदेश स्तर के अपने नेताओं की बैठक बुलाई है। सुभासपा सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में ओमप्रकाश राजभर नेताओं के मन की थाह लेंगे। जिसके बाद बीजेपी के साथ दोबारा जाने या न जाने का फैसला वो करेंगे। बीजेपी के साथ जाने से 2024 के लोकसभा चुनाव में सुभासपा को होने वाले फायदे और नुकसान की चर्चा भी बैठक में होगी। ऐसे में राजभर का अगला सियासी भविष्य इस बैठक पर पूरी तरह टिका हुआ है।
बता दें कि साल 2017 में राजभर ने बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। तब उन्हें योगी सरकार में मंत्री बनाया गया था, लेकिन बाद में कुछ मुद्दों को लेकर राजभर और योगी के बीच तनातनी हो गई। राजभर ने योगी पर तमाम आरोप लगाते हुए मंत्रीपद छोड़ दिया और फिर बीजेपी से भी पल्ला झाड़ लिया। इस बार चुनाव से पहले उन्होंने बीजेपी को मिटा देने की बात कही थी, लेकिन बीजेपी फिर प्रचंड बहुमत से सत्ता में आ गई। सूत्रों के अनुसार राजभर को इसका अंदाजा नहीं था और अब अपनी सियासत को बचाने के लिए वो अखिलेश यादव का साथ छोड़ने पर विचार कर रहे हैं।