नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के जज जस्टिस मोहन एम शांतनागोदर (Mohan M Shantanagoudar) का शनिवार देर रात गुरुग्राम (Gurugram) के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया है। शांतनागोदर 62 वर्ष के थे। इसकी जानकारी असिस्टेंट रजिस्ट्रार गगन सोनी ने दी है। जानकारी के मुताबिक गुरुग्राम के प्राइवेट अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली। सूत्रों ने बताया कि न्यायमूर्ति शांतनागोदर को फेफड़े में संक्रमण के चलते मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वह आईसीयू में थे। बता दें कि शांतनागोदर केरल हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश भी रह चुके थे।
न्यायमूर्ति शांतनागोदर का जन्म 5 मई, 1958 हुआ और सितंबर 1980 से उन्होंने एक वकील के रूप में अपने करियर की शुरूआत की। उन्होंने बेंगलुरु शिफ्ट होने से पहले धारवाड़ में अभ्यास किया। उन्हें 12 मई 2003 को कर्नाटक उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्हें 24 सितंबर 2004 को स्थायी न्यायाधीश बनाया गया और 2017 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था।