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विदेशों में फंसे लोगों को वापस लाने के लिए महा-अभियान, केवल यूएई में 1 लाख 50 हजार से ज्यादा भारतीयों ने कराया रजिस्ट्रेशन

भारतीय दूतावासों ने ई-रजिस्ट्रेशन की शुरुआत कर दी है। केवल संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में 1 लाख 50 हजार से अधिक भारतीयों ने घर वापस आने के लिए अपना नाम रजिस्टर किया है।

नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के चलते पूरी दुनिया एक अलग ही तरह की जिंदगी की तरफ जा रही है। हर व्यक्ति किसी न किसी रूप में इस महामारी से परेशान है। कुछ लोग इससे संक्रमित हैं तो कुछ लोग अपने घर अपने परिवार से दूर बाहर फंसे हुए हैं। भारत के भी कई नागरिक बाहर देशों में फंसे हैं। लेकिन भारत सरकार जल्द ही कोरोना वायरस महामारी के बीच विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए महा-अभियान की शुरुआत करने जा रही है। इसके लिए भारतीय दूतावासों ने ई-रजिस्ट्रेशन की शुरुआत कर दी है। केवल संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में 1 लाख 50 हजार से अधिक भारतीयों ने घर वापस आने के लिए अपना नाम रजिस्टर किया है।

PM Narendra Modi

दुबई में भारत के महावाणिज्यदूत विपुल ने गल्फ न्यूज को बताया, ”शनिवार शाम 6 बजे तक हमें 1 लाख 50 हजार से अधिक रजिस्ट्रेशन प्राप्त हुए हैं।” उन्होंने कहा कि इनमें से एक तिहाई बेरोजगार हो चुके हैं और इसलिए घर वापस जाना चाहते हैं।”

Indian Flight DGCA

विपुल ने बताया, ”करीब 40 फीसदी आवेदक श्रमिक हैं और 20 फीसदी पेशेवर। 25 फीसदी लोगों ने देश वापसी की वजह रोजगार छिनना बताया है। करीब 10 फीसदी आवदेक टूरिस्ट वीजा धारक हैं, जो लॉकडाउन शुरू होते ही विमान सेवा पर रोक की वजह से यहां फंस गए थे। अन्य आवदेकों में मेडिकल इमर्जेंसी, गर्भवती महिलाएं, स्टूडेंट्स आदि शामिल हैं।’

अबु धाबी स्थित भारतीय दूतावास और भारतीय महावाणिज्यदूतावास ने बुधवार रात ई-रजिस्ट्रेशन की शुरुआत की थी। भारत लौटने की इच्छा रखने वाले नागरिकों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है। महावाणिज्यदूत ने बताया कि आवेदक भारत के अलग-अलग राज्यों से हैं, लेकिन 50 फीसदी केवल केरल से हैं। यूएई में मौजूद 34 लाख भारतीयों में से 10 लाख से अधिक केवल केरल से हैं।

 

हालांकि विपुल ने कहा कि उन्हें अभी भारत सरकार से यह जानकारी नहीं दी गई है कि इन नागरिकों को किस माध्यम से ले जाया जाएगा या टिकट की कीमत किस तरह निर्धारित होगी तरह ले जाया जाएगा या यात्रा से पहले किस तरह आवेदकों की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों पर अभी उच्च स्तरीय चर्चा चल रही है। उन्होंने कहा कि अभी ई-रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जारी है। गौरतलब है कि कुछ समय पहले विदेशों में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों को वापस लाने का काम भी किया गया था।