नई दिल्ली। बिहार में बीते दिनों हाईवोल्टेज सियासी ड्रामे के बाद जदयू प्रमुख नीतीश कुमार ने बीजेपी से नाता तोड़कर महागठबंधन संग सरकार बना ली थी। उनके इस कदम की किसी ने आलोचना की थी, तो किसी ने तारीफ की थी, लेकिन नीतीश कुमार का अपना अलग ही तर्क था। उनका कहना था कि जदयू विधायकों की सहमति के बाद ही बीजेपी से नाता तोड़कर सरकार बनाने का फैसला किया गया है। वहीं, इस पूरे मामले का तीसरा पहलू यह निकलकर सामने आया है कि उन्होंने प्रधानमंत्री बनने की चाह में बीजेपी को गच्चा दिया है। खैर, वजह जो भी रही हो, लेकिन इतना साफ है कि अब बीजेपी उनपर हमलावर हो चुकी है। नीतीश सरकार में निहित तमाम मीन-मेख निकालने का सिलसिला शुरू हो चुका है। लेकिन, इस बीच उन्हें आज यानी की बुधवार शक्ति परीक्षण से होकर गुजरना था, जहां उन्हें विधानसभा में अपनी स्वीकार्यता साबित करनी थी। आइए, आगे आपको विस्तार से बताते हैं कि आखिर आज बिहार विधानसभा में क्या कुछ हुआ है।
दरअसल, सीएम नीतीश कुमार बिहार विधानसभा में पेश हुए विश्वासमत हासिल करने में कामायब रहे हैं। नीतीश के पक्ष में 160 विधायकों के वोट पड़े हैं। इस तरह से आप कह सकते हैं कि वे विधानसभा में अपनी स्वीकार्यता साबित करने में कामयाब रहे हैं। हालांकि, यह पहले से ही तय माना जा रहा था कि नीतीश कुमार बहुमत परीक्षण में विजयी होंगे, लेकिन विधानसभा सत्र के दौरान जिस तरह सत्ताधारी और विरोधी दलों के बीच तकरार देखने को मिली थी, उसके बाद बीजेपी ने विधानसभा सत्र का बहिष्कार किया था।
Nitish Kumar-led Grand Alliance wins trust vote in Bihar Assembly
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— ANI Digital (@ani_digital) August 24, 2022
इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा में संबोधन भी दिया है। संबोधन के दौरान उन्होंने मुख्तलिफ बातों का भी जिक्र किया। जिसमें उन्होंने बीजेपी का जिक्र कर कहा कि साल 2020 के विधानसभा चुनाव में जब आपको ( बीजेपी ) को ज्यादा सीटें मिली थी, तो आपको खुद के ही नेता को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए था, लेकिन आपने मुझे बाध्य किया कि मैं इस पद को ग्रहण करूं। उधर, बीजेपी ने कहा कि ध्वनिमत विश्वास प्रस्ताव पारित हो ही चुका है, तो वोटिंग की क्या जरूरत है। इस बीच जब वोटिंग शुरू की गई, तो बीजेपी ने इसका बहिष्कार किया। बता दें कि नीतीश कुमार के पक्ष में कुल 160 मत पड़े हैं।
लोकसभा चुनाव के बारे में कही ये बात
इसके साथ ही नीतीश कुमार ने आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के संदर्भ में कहा कि बीजेपी का साथ छोड़ने के बाद मुझे देशभर से फोन आ रहे थे कि आपने बिल्कुल सही फैसला किया है। उन्होंने कहा कि अगला लोकसभा चुनाव सभी विपक्षी दल एकजुट होकर लड़ेंगे। इस बीच उन्होंने केंद्र सरकार को सवालों के कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि दिल्ली से कोई काम नहीं हो रहा है, सिर्फ और सिर्फ प्रचार हो रहा है, जिससे आय में कमी आ रही है , लेकिन बिहार में राजद संग हाथ मिलाने के बाद लगातार महागठबंधन सरकार के सवालों के कटघरे में खड़ी नजर आ रही है। ऐसे में इस सरकार का निकटतम भविष्य कैसा रहता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम