नई दिल्ली। कद्दावर नेता शरद पवार ने एनसीपी कार्यकर्ताओं की गुहार के बाद अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। बीते दिनों उन्होंने अपनी बढ़ती उम्र और खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद एनसीपी कार्यकर्ता लगातार उन्हें अपने इस्तीफा वापस लेने के लिए बाध्य कह रहे थे। इतना ही नहीं, इस बीच कई कार्यकर्ता काफी भावुक भी हो गए थे। बड़ी संख्या में एनसीपी कार्यकर्ताओं ने शरद पवार से अपना इस्तीफा वापस लेने के लिए भावुक अपील की। इसके बाद पवार ने अपने निर्णय पर विचार करने के लिए दो-तीन दिन का समय मांगा था, जिसके बाद अब उन्होंने अपने इस्तीफे वापस लेने का सार्वजनिक मंच से ऐलान किया है।
Sharad Pawar takes back his resignation as the national president of NCP.
“I’m taking my decision back,” he announces in a press conference. pic.twitter.com/DM9yGPv6CE
— ANI (@ANI) May 5, 2023
लग गई थी इस्तीफों की झड़ी
बता दें कि एनसीपी प्रमुख पद से शरद पवार के इस्तीफे के बाद पार्टी में इस्तीफों की झड़ी लग गई थी। जयंत पाटिल और जितेंद्र आह्वान ने शरद पवार के इस्तीफे के विरोध में इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद कई अन्य नेताओं के भी इस्तीफा देने की खबर थी, लेकिन उससे पहले कि कोई और इस्तीफा देता, शरद पवार ने अपना दिया इस्तीफा वापस ले लिया है, जिसके बाद अब महाराष्ट्र में संकेतों की राजनीति शुरू हो चुकी है। इस्तीफा वापस लेने के बाद पवार ने कहा कि कार्यकर्ताओं की भावुक अपील के बाद मैंने अपना इस्तीफा वापस लेने का मन बनाया है। ध्यान रहे कि बीते दिनों अपनी पुस्तक ‘लोक माझे सांगाती’ के विमोचन के मौके पर पवार ने अपना इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद महाराष्ट्र की राजनीति में बवाल शुरू हो गया। एनसीपी नेता उन्हें मनाने में जुट गए। हालांकि, पहले माना जा रहा था कि पवार पर्दे के पीछे से पार्टी में काम करेंगे और किसी दूसरे को कार्यकारी अध्यक्ष की कमान सौंप देंगे। ध्यान रहे कि इससे पहले उनके इस्तीफे पर विचार-विमर्श करने के लिए तीन सदस्यीय समिति का भी गठन किया गया था, जिन्होंने आज पवार का इस्तीफा नामंजूर कर दिया।
#WATCH | Nationalist Congress Party (NCP) workers celebrate outside YB Chavan Centre in Mumbai as Sharad Pawar withdraws his resignation as the national president of the party. pic.twitter.com/l36qjDippY
— ANI (@ANI) May 5, 2023
कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर
उधर, शरद पवार द्वारा इस्तीफा वापस लिए जाने के बाद एनसीपी कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है। ध्यान रहे कि बीते दिनों जब लोक माझे सांगती के पुस्तक विमोचन के मौके पर जब शरद पवार ने इस्तीफे का ऐलान किया था, तो कार्यकर्ताओं के बीच मायूसी छा गई थी। सभी एक सुर से शरद पवार से इस्तीफा वापस लेने की मांग कर रहे थे।
इस्तीफा वापस लेने के बाद क्या बोले पवार
वहीं, इस्तीफा वापस लेने के बाद शरद पवार ने कहा कि, ‘कमेटी ने यह फैसला लिया और उनके फैसले के बाद मैंने अपना फैसला वापस ले लिया। सभी एकजुट हैं और इस पर चर्चा कर रहे हैं। समिति में वरिष्ठ नेता हैं: राकांपा प्रमुख शरद पवार से जब प्रेस कॉन्फ्रेंस में अजीत पवार की अनुपस्थिति के बारे में पूछा गया, जहां उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया। उन्होंने आगे कहा कि, ‘एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हर कोई मौजूद नहीं हो सकता। कुछ लोग यहां हैं और कुछ अन्य नहीं हैं। लेकिन आज सुबह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने सर्वसम्मति से फैसला लिया और मुझे इससे अवगत कराया. उस फैसले के जरिए सभी ने अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। इसलिए, यह सवाल उठाना कि यहां कौन मौजूद है और कौन नहीं है या इसका अर्थ ढूंढ रहा है, सही नहीं है।
Everyone can’t be present in one press conference. Some of the people are here and some others are not. But this morning, senior leaders of the party, took a decision unanimously and made me aware of it. Everyone expressed their sentiments through that decision. So, raising a… pic.twitter.com/gAebEr57Ux
— ANI (@ANI) May 5, 2023
पवार के बाद कौन ?
हालांकि, पवार द्वारा दिया इस्तीफा वापस लेने के बाद यह चर्चा सार्थक नहीं रह जाती है, लेकिन बीते दिनों जब शरद पवार ने इस्तीफा दिया था, तो एनसीपी चीफ के तौर पर दो लोगों के नाम आगे चल रहा था, जिसमें उनकी बेटी सुप्रिया सुले और भतीजा अजित का नाम शामिल था, लेकिन सियासी जानकारों का कहना है कि 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने की वजह से एनसीपी में अजित पवार की विश्वनीयता को संदेह की दृष्टि से देखा जाता है। ऐसे में उन्हें एनसीपी चीफ की कमान मिले, इसकी संभावना कम ही थी। हालांकि, उन्होंने खुद भी इस पद को लेकर अपनी अनिच्छा जाहिर की थी।