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मध्य प्रदेश के सियासी मैदान की कमान शिवराज सिंह चौहान के हाथ, फ्लोर टेस्ट में जानिए क्या हुआ

विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए शिवराज सरकार को 104 के आंकड़े की जरूरत थी। लेकिन बीजेपी ने 112 विधायकों का समर्थन साबित कर दिया। इससे पहले 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद अल्पमत में आने की वजह से कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था।

भोपाल। मध्यप्रदेश में कई दिनों से चल रहा सियासी संकट अब खत्म हो चुका है। कमलनाथ की सरकार गिरते ही नई सरकार विधानसभा में पहुंच गई है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में चौथी बार शपथ लेने वाले शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को विधानसभा में विश्वास मत हासिल किया। सोमवार देर रात को ही शिवराज ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।

Shivraj Singh Chauhan Rajbhawan

विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए शिवराज सरकार को 104 के आंकड़े की जरूरत थी। लेकिन बीजेपी ने 112 विधायकों का समर्थन साबित कर दिया। इससे पहले 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद अल्पमत में आने की वजह से कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश विधानसभा के अंदर शिवराज सरकार को कुल 112 विधायकों का समर्थन हासिल हुआ।

Shivraj Singh Chauhan BJP

इसमें भाजपा के 107 मौजूदा विधायकों के अलावा बसपा-सपा और निर्दलीय विधायकों ने भी बीजेपी का समर्थन किया। जिसके बाद शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर विश्वास मत पास करने के साथ ही चौथी बार राज्य के मुख्यमंत्री बन गये हैं।

Shivraj Singh Chauhan Rajbhawan

आपको बता दें कि सोमवार को शपथ लेने के बाद शिवराज की ओर से विधानसभा का चार दिन का विशेष सत्र बुलाया गया है, जो 24 मार्च से 27 मार्च तक चलेगा। विधानसभा के चार दिवसीय विशेष सत्र में सदन की कुल तीन बैठकें होंगी जिसके बाद सरकार आगे कि प्रक्रियाओं को भी पूरा करने पर ध्यान केन्द्रित करेगी।