नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh), मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) और राजस्थान (Rajasthan) में आकाशीय बिजली का कहर देखने को मिला है। इन राज्यों में बिजली गिरने से 68 लोगों की जान चली गई। आसमान से गिरी इस आफत का सबसे ज्यादा कहर उत्तर प्रदेश में बरसा। जहां अलग-अलग जिलों में 41 लोगों की मौत हुई। मौत का अधिकतम आकंड़ा प्रयागराज (Prayagraj) जिलें में है।
यूपी सरकार के अनुसार, वज्रपात के कारण सबसे अधिक 14 लोगों की मौत प्रयागराज में हुई। कानपुर देहात और फतेहपुर में 5-5, कौशांबी में 4, फिरोजाबाद में 3, उन्नाव-हमीरपुर-सोनभद्र में 2-2 तो वहीं कानपुर नगर-प्रतापगढ़-हरदोई-मिर्जापुर में 1-1 लोगों की मौत हुई। मौत के अलावा 22 लोगों के आकाशीय बिजली में झुलसने की भी खबर है, जबकि 200 से ज्यादा मवेशियों की भी मौत हुई है। इस पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने तत्काल सहायता राशि उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए हैं।
राजस्थान में 20 लोगों की मौत
राजस्थान में भी बिजली गिरने से करीब 20 लोगों की जान गई है। सरकारी आंकड़ों की माने तो रविवार को आसमानी बिजली गिरने से 20 लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में जयपुर में 11, धौलपुर में 3, कोटा में 4, झालावाड़ में 1 और बारां का 1 व्यक्ति शामिल है। उत्तर प्रदेश की तरह राजस्थान सरकार ने भी बिजली गिरने के कारण जान गवाने वालों के परिजनों को 5 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया गया है। इस मुआवजा में 4 लाख इमरजेंसी रिलीफ फंड से तो वहीं 1 लाख सीएम रिलीफ फंड से पीड़ित के परिजन को दिए जाएंगे।
मध्य प्रदेश में सात लोगों की गई जान
मध्य प्रदेश में भी 7 लोगों की बिजली गिरने से मौत हो गई है। बीते 24 घंटों के दौरान बिजली गिरने की वजह से प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर सात लोगों की जान गई है। श्योपुर और ग्वालियर जिले में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 2 लोगों की मौत हुई है। वहीं शिवपुरी-अनूपपुर-बैतूल जिलों में एक-एक व्यक्ति ने इसके आगे दम तोड़ा है।