नई दिल्ली। दिल्ली में संत ईश्वर सम्मान 2021 कार्यक्रम को संबोधित करते हुए RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कई बड़ी बातें कहीं हैं। मोहन भागवत ने कहा कि ‘इन 75 वर्षों में जितना आगे बढ़ना चाहिए था, हम उतना आगे नहीं बढ़े। देश को आगे ले जाने के रास्ते पर चलेंगे तो हम जरूर आगे बढ़ेंगे। हम उस रास्ते पर नहीं चले इसलिए आगे नहीं बढ़ें। इतना ही नहीं जय श्री राम के नारे को लेकर भी मोहन भागवत ने बड़ी बात कही है।
दरअसल दिल्ली में संत ईश्वर सम्मान 2021 कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि आजकल हम ‘जय श्री राम’ के नारे को उत्साह से उठाते हैं। इसमें कोई बुराई नहीं है लेकिन हमें भी भगवान राम के बताए रास्ते पर चलना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि ‘लोग ऐसे महापुरुषों की पूजा, जयंती, पुण्यतिथि , जयजयकार ये सब करेंगे, जैसे अभी जय श्री राम हम कहते हैं बड़े जोर से, हमें कहना भी चाहिए इसमें कोई बुरी बात नहीं है लेकिन श्रीराम जैसा होना भी चाहिए। हम सोचते हैं कि वो तो भगवान थे। अरे भरत जैसे भाई से श्रीराम ही प्रेम करेंगे हम क्यों करेंगे, क्योंकि हम तो नहीं कर सकते।’
इन 75 वर्षों में जितना आगे बढ़ना चाहिए था, हम उतना आगे नहीं बढ़े। देश को आगे ले जाने के रास्ते पर चलेंगे तो आगे बढ़ेंगे, उस रास्ते पर नहीं चले इसलिए आगे नहीं बढ़े: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत pic.twitter.com/QHPuFW6jUo
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 21, 2021
वहीं धर्म के बारे में बोलते हुए संघ प्रमुख ने कहा कि लोग धर्म को पूजा की दृष्टि से देखते हैं जबकि धर्म, मानव धर्म है और इसी तरह का हिंदू धर्म हिंदूस्तान से निकला है। उन्होने सेवा के लिए टिकट और पद पाने की सिफारिश लेकर आने वाले व्यक्ति का उदाहरण देते हुए कहा कि मजबूरी में किया गया कार्य सेवा कार्य नहीं हो सकता है।
#WATCH | Nowadays, we raise the slogan of ‘Jai Shri Ram’ enthusiastically. There is nothing bad in it but we should also follow the path shown by Lord Ram: RSS chief Mohan Bhagwat at an event in Delhi pic.twitter.com/rCrttILjJf
— ANI (@ANI) November 21, 2021
आपको बता दें कि ई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में केंद्रीय जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा भी मौजूद थे। इस दौरान समाज की निस्वार्थ भाव से सेवा करने वाले संगठनों और व्यक्तियों को आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भावगत ने सम्मानित किया।