newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

PM Security Breach: PM मोदी की सुरक्षा में चूक पर सोनिया गांधी का आया बयान, CM चन्नी को दिया ये आदेश!

PM Security Breach: पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई सेंधमारी को लेकर सोनिया गांधी ने पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की है। बताया जा रहा है कि इस बातचीत में सोनिया गांधी ने मामले की पूरी जानकारी ली है। सोनिया गांधी ने सीएम चन्नी से बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री पूरे देश के है। साथ ही उन्होंने मामले में जिम्मेदारों पर कार्रवाई करने की बात भी कही है।

नई दिल्ली। बुधवार को पंजाब के फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की चुनावी रैली होने वाली थी। लेकिन उससे पहले पीएम मोदी  की सुरक्षा में बड़ी चूक हो गई। दरअसल प्रधानमंत्री को फिरोजपुर जाना था, लेकिन रास्ते में प्रदर्शनकारी बैठे थे। एक फ्लाईओवर पर ये घटना हुई। इतना ही नहीं पीएम मोदी का काफिला करीब 20 मिनट तक फंसा रहा। जिसके बाद पीएम मोदी के काफिले को वापस बठिंडा एयरबेस पर लौटना पड़ा। वहीं पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक पर सियासी घमासान तेज हो गया है। एक तरफ जहां भाजपा इसे एक बड़ा षड्यंत्र बताते हुए पंजाब की चन्नी सरकार पर जमकर निशाना साधा। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस भी लगातार पलटवार कर रही है और खुद सीएम चन्नी पीएम की सुरक्षा में चूक को सिरे से खारिज कर रहे है। इसी बीच इस घटनाक्रम में अब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की प्रतिक्रिया सामने आई है।

PM Modi Punjab

पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई सेंधमारी को लेकर सोनिया गांधी ने पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी से गुरुवार को फोन पर बातचीत की है। बताया जा रहा है कि इस बातचीत में सोनिया गांधी ने मामले की पूरी जानकारी ली है। सोनिया गांधी ने सीएम चन्नी से बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री पूरे देश के है। साथ ही उन्होंने मामले में जिम्मेदारों पर कार्रवाई करने की बात भी कही है।

sonia gandhi

वहीं पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर कांग्रेस पार्टी में दो फाड़ होती दिख रही है। एक तरफ जहां कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत समेत कई नेताओं ने पीएम की रैली रद्द होने के बाद बने माहौल को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। वहीं मनीष तिवारी और सुनील जाखड़ ने इस घटना को लेकर अपनी पार्टी की सरकार पर सवाल उठा दिए। मनीष तिवारी ने इस घटना को सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बता और कहा है कि मामले की जांच हाईकोर्ट के एक मौजूदा न्यायाधीश द्वारा की जानी चाहिए।