newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

मजदूरों से किराया वसूलने पर सोनिया गांधी का मोदी सरकार पर हमला, कहा- रेल यात्रा का खर्च उठाएगी कांग्रेस

सोनिया गांधी ने कहा है कि फंसे श्रमिक व कामगारों का मुद्दा उठाते हुए एक ट्वीट किया है, जिसमें कहा गया है कि, श्रमिक व कामगारों देश की रीढ़ की हड्डी हैं। उनकी मेहनत और कुर्बानी राष्ट्र निर्माण की नींव है

नई दिल्ली। लॉकडाउन के चलते देशभर में कई गैर राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों, छात्रों के लिए गृह मंत्रालय ने 5 स्पेशल ट्रेनों को चलाने की अनुमति दे दी है। इन पांच ट्रेनों का संचालन शुरू भी हो गया है। ऐसे में खबर आई कि इस तरह की ट्रेन से यात्रा कर रहे लोगों से किराया भी वसूला जाएगा। जिसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है।

Sonia Gandhi congress

सोनिया गांधी ने कहा है कि फंसे श्रमिक व कामगारों का मुद्दा उठाते हुए एक ट्वीट किया है, जिसमें कहा गया है कि, “श्रमिक व कामगारों देश की रीढ़ की हड्डी हैं। उनकी मेहनत और कुर्बानी राष्ट्र निर्माण की नींव है। सिर्फ चार घंटे के नोटिस पर लॉकडाऊन करने के कारण लाखों श्रमिक व कामगार घर वापस लौटने से वंचित हो गए। 1947 के बंटवारे के बाद देश ने पहली बार यह दिल दहलाने वाला मंजर देखा कि हजारों श्रमिक व कामगार सैकड़ों किलोमीटर पैदल चल घर वापसी के लिए मजबूर हो गए। न राशन, न पैसा, न दवाई, न साधन, पर केवल अपने परिवार के पास वापस गांव पहुंचने की लगन। उनकी व्यथा सोचकर ही हर मन कांपा और फिर उनके दृढ़ निश्चय और संकल्प को हर भारतीय ने सराहा भी। पर देश और सरकार का कर्तव्य क्या है?”

Patna To Jaipur Special train

इस ट्वीट में कहा गया है कि, “आज भी लाखों श्रमिक व कामगार पूरे देश के अलग अलग कोनों से घर वापस जाना चाहते हैं, पर न साधन है, और न पैसा। दुख की बात यह है कि भारत सरकार व रेल मंत्रालय इन मेहनतकशों से मुश्किल की इस घड़ी में रेल यात्रा का किराया वसूल रहे हैं। श्रमिक व कामगार राष्ट्रनिर्माण के दूत हैं। जब हम विदेशों में फंसे भारतीयों को अपना कर्तव्य समझकर हवाई जहाजों से निशुल्क वापस लेकर आ सकते हैं, जब हम गुजरात के केवल एक कार्यक्रम में सरकारी खजाने से 100 करोड़ रु. ट्रांसपोर्ट व भोजन इत्यादि पर खर्च कर सकते हैं, जब रेल मंत्रालय प्रधानमंत्री के कोरोना फंड में 151 करोड़ रु. दे सकता है, तो फिर तरक्की के इन ध्वजवाहकों को आपदा की इस घड़ी में निशुल्क रेल यात्रा की सुविधा क्यों नहीं दे सकते? भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने मेहनतकश श्रमिकों व कामगारों की इस निशुल्क रेलयात्रा की मांग को बार बार उठाया है। दुर्भाग्य से न सरकार ने एक सुनी और न ही रेल मंत्रालय ने।

sonia-gandhi

देशभर में फंसे मजदूरों के घर वापस जाने के लिए पैसा वसूलने पर ऐलान करते हुए सोनिया गांधी ने कहा है, “इसलिए, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने यह निर्णय लिया है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी की हर इकाई हर जरूरतमंद श्रमिक व कामगार के घर लौटने की रेल यात्रा का टिकट खर्च वहन करेगी व इस बारे जरूरी कदम उठाएगी। मेहनतकशों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने के मानव सेवा के इस संकल्प में कांग्रेस का यह योगदान होगा।”