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कांग्रेस प्रवक्ता सुरजेवाला का आरोप, राजस्थान सरकार गिराने के लिए केंद्रीय मंत्री रच रहे साजिश

कांग्रेस की तरफ से जानकारी आई थी कि शुक्रवार को दो प्रेस कॉन्फ्रेंस होंगी। पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस मुख्यमंत्री अशोक गहलोत करेंगे, उसके बाद रणदीप सुरजेवाला मीडिया से अलग बात करेंगे। हालांकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द हो गई।

नई दिल्ली। राजस्थान में चल रहे सियासी संकट के बीच कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार के एक केंद्रीय मंत्री पर सरकार गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। सुरजेवाला ने शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में ये आरोप लगाते हुए कहा कि, दो वायरल ऑडियो में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत राजस्थान की सरकार गिराने की साजिश रच रहे हैं।

Sachin Pilot and Ashok Gehlot

कांग्रेस प्रवक्ता ने इस मामले में मांग की है कि, शेखावत के खिलाफ तुरंत FIR होनी चाहिए और गिरफ्तारी होनी चाहिए। इस बारे में SOG में शिकायत दर्ज करवाई गई है। कांग्रेस ने इसी के साथ दो विधायकों को पार्टी से निलंबित कर दिया है। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत इस पूरी साजिश में शामिल हैं। उनपर तुरंत FIR दर्ज होनी चाहिए और गिरफ्तारी की जानी चाहिए। जांच में सामने आना चाहिए कि केंद्र सरकार के कौन से व्यक्ति इस पूरी प्रक्रिया में शामिल हैं।

Randeep Surjewala, Congress

कांग्रेस नेता ने कहा कि सचिन पायलट को सामने आकर इस सच्चाई को उजागर करना चाहिए और विधायकों की लिस्ट जारी करनी चाहिए। ऑडियो में बातचीत करने वाले भंवरलाल शर्मा, विश्वेंद्र सिंह को कांग्रेस से निलंबित कर दिया गया है और नोटिस जारी किया गया है। इस मामले में अब SOG में शिकायत दर्ज करवा दी गई है और जांच करने की मांग की गई है। इससे पहले सुरजेवाला ने कहा कि, बीजेपी राजस्थान की सरकार गिराने की कोशिश कर रही है, इसके कुछ ऑडियो भी सामने आ रहे है।

Randeep Surjewala

बता दें कि कांग्रेस की तरफ से जानकारी आई थी कि शुक्रवार को दो प्रेस कॉन्फ्रेंस होंगी। पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस मुख्यमंत्री अशोक गहलोत करेंगे, उसके बाद रणदीप सुरजेवाला मीडिया से अलग बात करेंगे। हालांकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द हो गई।

कांग्रेस की तरफ से हुई इस प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि, “पूरा देश कोरोना से जूझ रहा था, पर मोदी सरकार व भाजपा आईटीसी मानेसर (गुड़गांवां) से कर्नाटक तक कांग्रेस विधायकों को उठाकर सरकार गिराने की साजिश कर रही थी। देश कोरोना से ग्रस्त होता रहा और प्रधानमंत्री, श्री नरेंद्र मोदी ने तब तक कुछ नहीं किया, जब तक 24 मार्च, 2020 को मध्य प्रदेश कांग्रेस सरकार को नहीं गिरा दिया गया। इसके बाद 24 मार्च, 2020 की रात को लॉकडाऊन किया गया।”

भाजपा पर आरोप लगाते हुए प्रेस कांफ्रेंस में कहा गया कि, “मणिपुर, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, गोवा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश के बाद सत्ता लूटने का खुला खेल अब राजस्थान में खेला जा रहा है। कोरोना केस दस लाख पार कर चुके हैं। चीन ने भारत की सीमा पर जबरन कब्जा कर रखा है। पर देश सेवा की बजाय मोदी सरकार सत्ता की हवस मिटा रही है। राजस्थान की 8 करोड़ जनता के ‘जनमत के चीरहरण’ व ‘प्रजातंत्र के अपहरण’ की घिनौनी साजिश एक बार फिर कोरोना महामारी के बीचों बीच भाजपा व मोदी सरकार द्वारा की जा रही है। आए दिन षडयंत्र के सबूत सामने आ रहे हैं। विधायकों की खरीद फरोख्त की मंडी लगा राजस्थान की कांग्रेस सरकार गिराने की साजिश का भंडाफोड़ हो गया है। अब जाँच हो, दोषियों को सजा मिले और दूध का दूध, पानी का पानी सामने आए। कल शाम दो सनसनीखेज व चौंकानेवाले ऑडियो टेप मीडिया के माध्यम से सामने आए।”

Gajendra Singh Shekhawat

मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि,  “इन ऑडियो टेप से तथाकथित तौर से केंद्रीय कैबिनेट मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, कांग्रेस विधायक, श्री भंवर लाल शर्मा व भाजपा नेता श्री संजय जैन की बातचीत सामने आई है। इस तथाकथित बातचीत से पैसों की सौदेबाजी व विधायकों की निष्ठा बदलवाकर राजस्थान की कांग्रेस सरकार गिराने की मंशा व साजिश साफ है। यह लोकतंत्र के इतिहास का काला अध्याय है। इसलिए हमारी मांग है किः- प्रथम दृष्टि से राजस्थान कांग्रेस सरकार गिराने की साजिश में शामिल केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, श्री गजेंद्र शेखावत के खिलाफ एसओजी (Special Operations Group) द्वारा एफआईआर दर्ज की जाए, पूरी जाँच हो और अगर पद का दुरुपयोग कर जाँच प्रभावित करने का अंदेशा हो (जैसा प्रथम दृष्टि से प्रतीत होता है), तो वॉरंट लेकर श्री गजेंद्र शेखावत की फौरन गिरफ्तारी की जाए।”

उन्होंने कहा कि, “श्री भंवर लाल शर्मा, विधायक व श्री संजय जैन, भाजपा नेता के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज कर बिंदु 1 की तर्ज पर कार्यवाही हो। पैसे का आदान-प्रदान किस प्रकार से हो रहा है व यह सारा काला धन किसने मुहैया करवाया, कहां से आया, हवाला से ट्रांसफर कैसे हुआ और किस-किस को दिया गया, इसकी संपूर्ण जाँच हो। जाँच में यह भी खुलासा हो कि केंद्र सरकार के कौन से प्रभावशाली पदों पर बैठे व्यक्ति, अधिकारी व एजेंसियां सरकार गिराने की इस साजिश में शामिल हैं। यह भी जाँच हो कि ऑडियो में नामित व्यक्तियों के अलावा क्या किसी और व्यक्ति या विधायक द्वारा सरकार गिराने या निष्ठा बदलने के लिए पैसों का लेन देन हुआ है। श्री सचिन पायलट भी आगे आ ‘विधायकों की सूची’ भाजपा को देने बारे अपनी स्थिति स्पष्ट करें।”