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EVM को लेकर सपाइयों ने काटा हंगामा, अखिलेश ने लगाये संगीन आरोप; वाराणसी DM ने सिरे से किया खारिज

पहाड़ियां मंडी में स्थिल स्ट्रांग रूम से ईवीएम को यूपी कॉलेज में ले जाया जा रहा था, तभी कुछ एकाएक सपा कार्यकर्ता आ धमके और आरोपों के पिटारों से आरोपों की बारिश करते हुए कहने लगे कि बीजेपी ईवीएम में छेड़छाड़ कर रही है। बीजेपी को चुनाव हारने का डर सता रहा है, इसलिए अब छल-प्रपंच का सहारा लेकर रही है।

नई दिल्ली। यूं तो शासन-प्रशासन की तरफ से भरसक प्रयास किए जाते हैं कि चुनावी गतिविधियों के दौरान कोई शरारती तत्व बाधा उत्तन्न न कर सकें और अगर कोई ऐसा करता भी है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के बंदोबस्त किए जाते हैं, लेकिन अब यह विवेचना का प्रश्न है कि आखिर इन हड़दंगों को किन लोगों का संरक्षण प्राप्त है कि यह तमाम प्रशासनिक तंत्र को चकमा देकर अपने नापाक मंसूबों को धरातल पर उतारने में सफल हो जाते हैं। अब इतना सब कुछ पढ़ने के बाद आप सोच रहे होंगे कि आखिर यह सब कुछ आप हमें किस माजरे से रूबरू कराने के लिए बता रहे हैं। तो आपको बताते चलें कि यह पूरा माजरा पहाड़ियां गंज मंडी से सामने आया है। दरअसल, यहां समाजवादी पार्टी ने बीजेपी पर ईवीएम में छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने तो बकायदा प्रेस कांफ्रेंस कर इस संदर्भ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जवाब तक तलब किया है, लेकिन जिलाधिकारी ने अपनी प्रतिक्रिया से सपा प्रमुख की बोलती बंद कर दी है। जिलाधिकारी ने सपा प्रमुख द्वारा लगाए गए आरोपों को निराधार करार दिया है।

akhilesh yadav

हालांकि, अखिलेश ने प्रेस वार्ता कर ईवीएम में हुई छेड़छाड़ का आरोप लगाकर चुनाव आयोग से जांच की मांग की थी, लेकिन इससे पहले निर्वाचन आयोग द्वारा जांच की जाती कि उक्त जिले के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने उक्त प्रकरण को संज्ञान में लेकर प्रारंभिक जांच के उपरांत सपा प्रमुख द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। आखिर पूरा माजरा था क्या कि राजनीतिक गलियारों में तमाम सियासी सूरमाओं को अपनी आमद दर्ज करवानी पड़ गई। आइए, आपको सब कुछ विस्तार से बताते है।

जानिए पूरा मजारा

तो हुआ यूं था कि पहाड़ियां मंडी में स्थिल स्ट्रांग रूम से ईवीएम को यूपी कॉलेज में ले जाया जा रहा था, तभी कुछ एकाएक सपा कार्यकर्ता आ धमके और आरोपों के पिटारों से आरोपों की बारिश करते हुए कहने लगे कि बीजेपी ईवीएम में छेड़छाड़ कर रही है। बीजेपी को चुनाव हारने का डर सता रहा है, इसलिए अब छल-प्रपंच का सहारा ले रही है। वहीं,  इस पूरे मामले के तूल पकड़ने के बाद अखिलेश यादव ने भी पीसी बुला ली और निर्वाचन आयोग से मामले को संज्ञान में लेकर जांच की मांग करने लगे। इस बीच उन्होंने लगे हाथों बीजेपी पर भी निशाना साध दिया। उन्होंने कहा कि जिन-जिन सीटों पर बीजेपी को अंदेशा है कि वो चुनाव हार सकती है, वहां ईवीएम में घपलेबाजी की जा रही है,  लिहाजा हम मांग करते हैं कि निर्वाचन आयोग इसकी जांच करें, लेकिन इसके बाद जिलाधिकारी ने कैसे अखिलेश यादव के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। आइए, आपको विस्तार से बताते हैं।

क्या बोले जिलाधिकारी

जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बयान जारी कर कहा कि प्रशिक्षण के लिए ईवीएम मंडी में स्थित अलग खाद्य गोदाम में बने स्टोरेज से यूपी कॉलेज जा रही थी, जिसे कुछ राजनीतिक लोगों ने वाहन को रोक कर उसे चुनाव में प्रयुक्त ईवीएम कहकर अफवाह फैलाई है। कल काउंटिंग ड्यूटी में लगे कर्मचारियों की दूसरी ट्रेनिंग है और हैंड्स ऑन ट्रेनिंग के लिए ये मशीन हमेशा प्रयुक्त होती हैं।