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Maharashtra Political Crisis: शिवसेना के बाद NCP में दरार, अजित पवार बनें डिप्टी सीएम, शिंदे सरकार में हुए शामिल

आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व महाराष्ट्र में सियासी सरगर्मियां तेज हो गईं हैं। बताया जा रहा है कि राकांपा नेता अजित पवार अब एनडीए का दामन थाम सकते हैं। इस संदर्भ में आज उन्होंने अपने आवास पर राकांपा नेताओं की बैठक बुलाई थी। जिसके बाद अब वे राजभवन रवाना हो गए। उनके समर्थक राजभवन रवाना हो सकते हैं। माना जा रहा है कि अजित पवार डिप्टी सीएम बन सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो यह शरद पवार के लिए बड़ा झटका हो सकता है।

नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व महाराष्ट्र में सियासी सरगर्मियां तेज हो गईं हैं। एनसीपी अब दो फाड़ होती हुई दिखाई दे रही है। बताया जा रहा है कि राकांपा नेता अजित पवार अब शिंदे सरकार को समर्थन दे सकते हैं। इस संदर्भ में आज उन्होंने अपने आवास पर राकांपा नेताओं की बैठक बुलाई थी। जिसके बाद अब वे राजभवन रवाना हो गए। उनके साथ कई समर्थक भी राजभवन पहुंच चुके हैं। माना जा रहा है कि अजित पवार डिप्टी सीएम बनाए जा सकते हैं। महाराष्ट्र में जारी यह सियासी हलचल शरद पवार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। अजित पवार राज्यपाल को समर्थक विधायकों का पत्र भी सौंप सकते हैं। राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन भी किया गया था। माना जा रहा है कि 29 से ज्यादा विधायक अजित पवार के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं। ध्यान देने वाली बात है कि राजभवन में सीएम एकनाथ शिंदे भी पहुंचे हैं।

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अनिल पाटिल ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। यह धूलपुर से एनसीपी के विधायक हैं।  ये नौवे मंत्री हैं, जिन्होंने मंत्री पद की शपथ ली है।

संजय बनसोडे ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। बनसोडे अजित पवार के करीबी माने जाते हैं। यही नहीं,  2019 में जब अजित पवार ने बगावत का बिगूल फूंका था, तो उस वक्त भी वनसोडे उन्हीं के साथ थी।

अदिति तटकरे ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। अदिति रायगढ़ से एनसीपी की विधायक हैं। अदिति तटकरे पहली महिला मंत्री हैं।

वहीं, अब  माना जा रहा है कि अजित पवार एनसीपी के मुखिया भी बनाए जा सकते हैं। उनके साथ पांच में से तीन सांसद शामिल हो सकते हैं। इसके लिए वह एनसीपी के मुखिया के लिए दावा ठोक सकते हैं।

प्रफुल्ल पटेल भी राजभवन पहुंचे। वो भी मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।

हसन मुसरिफ ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। यह कोल्हापुर से एनसीपी के विधायक हैं। इनके खिलाफ बीते दिनों में ईडी की कार्रवाई चल रही है।

दिलीप वलसे पाटिल भी मंत्री पद की शपथ ली है। इससे पहले वे गृह मंत्री थे। अजित पवार के साथ राकांपा के 9 नेता मंत्री पद की शपथ लेंगे।

अजित पवार के साथ छगन भुजबल ने भी मंत्री पद की शपथ ली है।

महाराष्ट्र में जारी सियासी भूचाल के बीच अजित पवार ने राज्य के नए डिप्टी सीएण बनें। उन्होंने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। इस बीच उनके समर्थकों ने अजित पवार तुम आगे बढ़ो हम तुम्हारे साथ हैं, जैसे नारे भी लगाए।

 

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस राजभवन पहुंच चुके हैं। कुछ देर बाद राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन होगा, जिसमें राकांपा के कई नेता अजित पवार की अगुवाई में मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।

वहीं, महाराष्ट्र में सियासी भूचाल पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने कहा कि, ‘PM मोदी जी की दृष्टि को समर्थन देने के लिए आज NCP के अजीत पवार और उनके साथ के नेता आए हैं और शपथ ग्रहण भी करेंगे। महाराष्ट्र को मजबूती देने के लिए यह समीकरण बैठा है। यह समीकरण महाराष्ट्र को आगे लेकर जाएगा।

राजभवन पहुंचने से पहले अजित पवार ने राकांपा के 17 विधायकों के साथ बैठक की थी। जिसमें एनडीए को समर्थन देने की रूपरेखा तैयार की गई थी। वहीं, अजित पवार की अगुवाई में राकांपा द्वारा एनडीए को समर्थन करने के बाद महाराष्ट्र में कांग्रेस मुख्य विपक्ष की भूमिका में आ जाएगा, जो कि अजित पवार के लिए बड़ा झटका है। यह महाराष्ट्र की राजनीति के लिए बड़ी खबर है। कुछ देर बाद इस संदर्भ में राकांपा की तरफ से प्रेसवार्ता की जाएगा। जिसमें विस्तृत जानकारी सार्वजनिक की जाएगी।

बता दें कि डिप्टी सीएम की कमान अजित पवार को मिल सकती है, तो वहीं दूसरी तरफ छगन भुजबल, धनंजय मुंडे, अनिल पाटिल, दिलीप वालसे पाटिल के मंत्री पद भी शपथ ले सकते हैं। राजभवन में सीएम शिंदे के अलावा डिप्टी सीएम देवेंद्र फजणवीस भी मौजूद हैं।

इस बैठक में सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल भी शामिल हुए, लेकिन सुप्रिया सुले बाद में बैठक से चले गए। वहीं, प्रफुल्ल पटेल भी बगावत की जमात में शामिल हैं, जिससे अवगत होने के बाद सभी हैरान हो रहे हैं, क्योंकि प्रफुल्ल पटेल अजित पवार के खास माने जाते हैं। बीते दिनों में उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाया गया था, लेकिन  इसके बावजूद भी बागी रुख अख्तियार किया जिसे लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में घमासान देखने को मिल रहा है। ध्यान दें कि शिवसेना और बीजेपी अपने मंत्रिमंडल का  विस्तार करने ही वाली थी, लेकिन अब उससे पहले राकांपा नेता अजित पवार ने  अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, जिसके नतीजतन अब राकांपा के कई नेता मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं। वहीं, अजित पवार ने पूरी घटना पर करीब से नजर बनाए हुए हैं। अजित पवार के बागी रुख की वजह से शरद पवार ने अपने सभी निर्धारित कार्यक्रम रद कर दिए हैं।