नई दिल्ली।बाबा बर्फानी के दर्शन करने के लिए हर साल लोगों की भीड़ दुर्गम यात्रा पर निकलती है। बाबा के भक्त बाबा के दर्शन करने के लिए मीलों पैदल चलकर आते हैं। श्रद्धालु हर साल इस यात्रा का इंतजार बेसब्री से करते हैं। आज हर-हर महादेव का नाम लेकर तड़के ही जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पहले जत्थे को सकुशल रवाना कर दिया है, हालांकि अमरनाथ यात्रा का हिस्सा बनने का के लिए कुछ नियमों और शर्तों का पालन करना होता है, तो चलिए जानते हैं कि यात्रा कब तक चलेगी।
सुरक्षा का रखा गया पूरा ध्यान
श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम बनाने के लिए सुरक्षा का भी बहुत ध्यान रखा गया है। जगह-जगह पर पुलिस तैनाती और मेडिकल की सुविधाओं का पुख्ता इंतजाम किया गया है। यात्रा 1 जुलाई से शुरू होगी जोकि 31 अगस्त तक चलेगी। इस अवधि के दौरान भी यात्रा के लिए पंजीकरण जारी रहेगा। पंजीकरण की प्रक्रिया 17 अप्रैल से ही शुरू हो गई थी। बता दें कि अमरनाथ की यात्रा 62 दिनों तक चलेगी और यात्रा के अच्छे संचालन के लिए 11 राज्यों की मेडिकल टीम तैनात कर दी गई हैं, जो श्रद्धालुओं की मदद करेंगी। बालटाल और चंदनवाड़ी में 100 बिस्तरों के बेड की भी सुविधा कर दी गई हैं।
#WATCH | J&K: The first batch of Amarnath pilgrims was received by the district administration at Kali Mata Temple at Tikri in Udhampur district. pic.twitter.com/6cDx9SbzZl
— ANI (@ANI) June 30, 2023
यात्रा के लिए शर्तें और नियम
वैसे तो कोई भी शारीरिक रूप से फिट शख्स अमरनाथ यात्रा कर सकता है लेकिन यात्रा करने के लिए श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने कुछ नियम और शर्तें रखी हैं-
1. शारीरिक रूप से फिट होना है जरूरी, यात्रा से एक महीने से पहले से ही जॉगिंग और प्राणायाम करना जरूरी
2. यात्री की उम्र कम से कम 13 साल और अधिकतम उम्र 70 साल होनी चाहिए
3. यात्री को किसी तरह की सांस संबंधी, डायबिटीज,जॉइंट पेन,ब्लड प्रेशर, मिर्गी के दौरे, हाइपरटेंशन की समस्या नहीं होनी चाहिए
4. गर्भवती महिला ये यात्रा नहीं कर सकती हैं, बशर्ते गर्भ की अवधि 6 हफ्ते से कम हो।
5. ऑफलाइन या ऑनलाइन परमिट जरूरी, साथ ही फिटनेस सर्टिफिकेट भी जरूरी।
6. बोर्ड द्वारा जारी परमिट एक यात्रा के लिए ही मान्य होगा।