नई दिल्ली। यूं तो सियासी गलियारों में कोई न कोई सियासी सूरमा किसी न किसी सियासी मसलों को लेकर बयानों की दरिया बहाने में मशगूल ही रहता है और ऐसे में जब वक्त चुनाव का हो तो यह धारा और तेज हो जाती है। और अपने लिए सियासी रोटियां सेंकने की फिराक में रहने वाले लोग इस दरिया में जमकर गोता लगाते हुए नजर आते हैं। इस बीच एक ऐसा ही बयान काफी तेजी से सियासी गलियारों में खूब सुर्खियां बटोर रहा है। यह बयान किसी और ने नहीं, बल्कि बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने एआईएमआईएम के प्रमुख ओवैसी के संदर्भ में दिया है। आइए, आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है।
दरअसल, उन्होंने ओवैसी को भगवान राम का वशंज बताया है। उन्होंने कहा कि बेशक आज वे बीजेपी का विरोध करने को अपनी उपलब्धि बताते हों, लेकिन सच्चाई यह है कि वो ईरानी मुस्लिम नहीं, बल्कि एक क्षत्रिय हैं, और वो भी भगवान राम के वशंज है। बता दें कि बृजभूषण अपने बेटे प्रतीक भूषण के पक्ष में जनसभा करने पहुंचे थे।
भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को बताया भगवान राम का वंशज pic.twitter.com/6W3WABy0fX
— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) February 15, 2022
जहां उन्होंने उक्त बयान दिया है, जो कि अबी काफी तेजी से सुर्खियां बटोर रहा है। इसके अलावा उन्होंने कई मसलों को लेकर अपनी राय रखी है, जो कि अभी काफी तेजी से वायरल हो रहा है। आइए, आगे आपको इसके बारे में बताते हैं।
बता दें कि बृजभूषण सिंह हिजाब विवाद पर इसे तूल देने वाले लोगों को आड़े हाथ लिया है। सिंह उन सभी लोगों पर जमकर बरसे जो शिक्षण संस्थानों में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनकर जाने की पैरोकारी कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने परिवारवादी पार्टियों को भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने परिवारवादी पार्टियों पर निशाना साधाते हुए कहा कि ये पार्टियां हमारे लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए उचित नहीं है। यह हमारी शासन प्रणाली को लचर कर सकती है। उन्होंने कहा सपा प्रमुख पर निशाना साधते हुए कहा कि अखिलेश यादव मुस्लिमों का वोट चाहते हैं और उनकी लड़ाई भी ओवैसी से हैं। ऐसे में आप इस पूरी स्थिति को समझ सकते हैं कि इनका किसी से कोई सरोकार नहीं है। अब जनता को चाहिए इन पर लगाम लगानी चाहिए अन्यथा यह स्थिति हमारे लोकतंत्र को मजबूर कर देगी। उन्होंने अखिलेश यादव के संदर्भ में कहा कि ये इन्होंने तो अपने चाचा को भी धोखा देने से गुरेज नहीं किया था। गौरतलब है कि प्रदेश में अब तक दो चरणों के चुनाव हो चुके हैं और तीसरे चरण के चुनाव होने वाले हैं जिसे ध्यान में रखते हुए चुनाव प्रचार का सिलसिला शुरू हो चुका है और सभी प्रत्याशी सूबे की जनता को रिझाने में मशगूल हो चुके हैं।