नई दिल्ली। चीन हो या पाकिस्तान या हो नेपाल…भारत को वर्तमान में चौतरफा चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है…कभी पाकिस्तान ड्रैगन की शह पर भारत को आंखें दिखाता है, तो कभी चीन सीमा पर महौल तनावग्रस्त करने की कोशिश करता है, तो कभी-कभी तो हमारे ही टुकड़ों पर पलने वाला नेपाल भी हमारी आंखों में आखें मिलाकर बातें करता है। ऐसे में सबसे बड़ी चुनौति यह है कि कब कौन बदल जाए। कहना मुश्किल है। ऐसे में समझदारी इसी में है कि हम हर स्थिति का सामना करने के लिए खुद को दुरूस्त रखें, ताकि शत्रु के हर नापाक मंसूबों को धरातल पर उतरने से पहले ही ध्वस्त कर सकें। हालांकि, भारत सामरिक तौर पर अपने आपको दुरूस्त करने की दिशा में बेशुमार कदम उठाता है, लेकिन इस बीच उसके द्वारा उठाए गए एक कदम की चर्चा अपने चरम पर है।
दरअसल, भारत ने शनिवार को अग्नि प्राइम मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। इस मिसाइल का सफल परीक्षण ओडिशा के बालासोर में किया गया है। यह नई जेनरेशन वाला एंडवास मिसाइल है। इसकी मारक क्षमता के बारे में दुश्मनों देशों को जानकर पसीने छूट जाएंगे। इस मिसाइल की मारक क्षमता 1000 से 2000 किमी है। यह मिसाइल सतह से सतह पर किसी को भी तबाह करने की क्षमता रखती है। वर्तमान चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए भारतीय रक्षा अनुसंधान परिषद ने इस मिसाइल को विकसित किया है। दुशमन देशों को इसकी खबर लगते ही उनके होश फाख्ता हो चुके हैं। इसे ट्रेन या कनस्तर में ले जाया जा सकता है।
Today, India successfully testfired the Agni Prime missile off the coast of Odisha in Balasore: Government Officials
Agni-P is a new generation advanced variant of Agni class of missiles. It is a canisterised missile with range capability between 1,000 and 2,000 kms.
(File pic) pic.twitter.com/13mF5Nbgzh
— ANI (@ANI) December 18, 2021
अग्नि मिसाइल से पहले ओडिशा के चांदीपुर इलाके में ही ब्राहोष मिसाइल का परीक्षण किया गया था। इसकी शुरूआत अंडमान निकोबर द्वीप समूह से शुरू हुई थी जिसके बाद इसका सफल परिक्षण ओडिशा में किया गया था। खबरों की मानें तो कुछ दिनों के बाद भारत के सीमावर्ती हालातों में तनाव को ध्यान में रखते हुए कुछ और मिसाइलों के भी परिक्षण किए जाने की खबर है। विशेषज्ञों की मानें तो ये मिसाइल दुश्मनों देशों को मुंहतोड़ जवाब देने की क्षमता रखती है।