
मुंबई। मोदी सरकार में वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने चीन से व्यापार का मुद्दा उठाकर कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधा है। पीयूष गोयल ने मंगलवार को मुंबई में मीडिया के सवालों पर कहा कि चीन के बारे में मेरी तरफ से कोई आक्रामकता नहीं दिखाई गई है। पीयूष गोयल ने कहा कि उन्होंने शांति से ही ये तथ्य रखा है कि चीन से उचित कीमत नहीं मिलती। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यूपीए सरकार के 10 साल के शासनकाल में व्यापार घाटा 25 फीसदी तक बढ़ गया। जबकि, जब अटल बिहारी वाजपेयी ने साल 2004 में पीएम का पद छोड़ा था, तब भारत का चीन से व्यापार घाटा एक निश्चित स्तर पर था।
पीयूष गोयल ने कहा कि अचरज की बात है कि राहुल गांधी ने चीन में कम्युनिस्ट पार्टी के साथ क्या एमओयू किया था? उन्होंने आरोप लगाया कि इसी एमओयू के बाद चीन से आयात होने वाले सामान पर टैरिफ बहुत कम कर दिए गए। पीयूष गोयल ने कहा कि चीन ने अपने उत्पाद भारत में डंप किए। इसकी वजह से भारत में स्थानीय विनिर्माण पारिस्थितिकीय तंत्र नष्ट हुआ। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत को चीन पर निर्भर बना दिया गया। मोदी सरकार में मंत्री पीयूष गोयल ने आरोप लगाया कि देश अब भी अर्थव्यवस्था के उन 10 साल के कुप्रबंधन (यूपीए सरकार के दौर) से परेशान हो रहा है।
#WATCH | Mumbai, Maharashtra: Union Minister Piyush Goyal says, “… There is no belligerence from me… I laid down the fact very calmly that we don’t find fair pricing (from China)…, and in the 10 years of the UPA government, that trade deficit sore by 25%… When Atal Bihari… pic.twitter.com/P7Hcmtwppw
— ANI (@ANI) April 7, 2025
बता दें कि बीजेपी लगातार ये सवाल उठाती रही है कि राहुल गांधी ने कांग्रेस और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के बीच जिस एमओयू पर दस्तखत किए थे, उसमें क्या था। कांग्रेस ने आज तक इस सवाल का कोई जवाब नहीं दिया है। अब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ की जंग छेड़ दी है। जिसके दायरे में भारत भी आया है। कांग्रेस इस टैरिफ के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है। उसी पर पीयूष गोयल ने पलटवार कर यूपीए सरकार के दौर में चीन और भारत के व्यापार और राहुल गांधी के दस्तखत से हुए एमओयू का मुद्दा उठाया है।