नई दिल्ली। इन दिनों पूरे देश में मंदिर-मस्जिद का विवाद गर्माया हुआ है। जिसको लेकर तमाम दलों के नेता सियासत भी तेज हो गई है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक शख्य नमाज पढ़ते दिखाई दे रहा है। बता दें कि ये वीडियो उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के श्री वार्ष्णेय कॉलेज कैंपस का है। जिसमें एक मुस्लिम प्रोफेसर के नमाज पढ़ते दिखाई दे रहे है। वहीं सोशल मीडिया पर ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि एक शिक्षक नमाज पढ़ता हुआ नजर आ रहा है। शिक्षक का नाम एसआर खालेद बताया जा रहा है। वहीं वीडियो सामने आने के बाद हिंदू संगठनों ने कॉलेज परिसर में नमाज पढ़ने पर कड़ी आपत्ति जताई है।
उधर मामले के तूल पकड़ने पर कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर अनिल कुमार गुप्ता (Professor Anil Kumar Gupta) ने मामले में सज्ञान लिया है। साथ ही उन्होंने जानकारी दी है कि, मामले में समिति का गठन कर दिया गया है और रिपोर्ट के आधार पर एक्शन भी लिया जाएगा। और हम कॉलेज में इस तरह की गतिविधियां नहीं होने देंगे।
UP: A video of a teacher offering Namaz at Shri Varshney College in Aligarh went viral
A committee will be formed & then on the basis of the report action will be taken. We’ll not allow such activities to happen in college: College Principal, Professor Anil Kumar Gupta pic.twitter.com/lNui6kBAcU
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 28, 2022
वहीं, कुछ हिंदूवादी नेताओं ने शिक्षक के कॉलेज परिसर में नमाज पढ़ने पर आपत्ति जताई है और शिक्षक पर माहौल खराब करने का आरोप लगाते हुए स्थानीय पुलिस से शिकायत भी दर्ज करवाई है। हिंदुवादी नेताओं की शिकायत पर पुलिस इस मामले में संज्ञान लेते हुए जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
ABVP leaders have complained against this muslim professor offering namaz in a college of Aligarh.
ABVP leaders says they will not allow such activities in college premises.
“Such activities” pic.twitter.com/3d2loGDn52— Puja Nirbhay Pandey (@Puja97pandey) May 28, 2022
इस मामले पर भाजपा नेता अमित गोस्वामी ने शिक्षक के कॉलेज में नमाज पढ़ने पर का गुस्सा फूटा है। उन्होंने शिक्षक के खिलाफ पुलिस से शिकायत की भी की है।
BJP demands action against teacher seen offering Namaz inside college campus in Aligarh https://t.co/6Jpk7KTiLj
— Republic (@republic) May 29, 2022