नई दिल्ली। भारत सरकार ने 31 जुलाई से 5 अगस्त, 2023 तक लद्दाख क्षेत्र में अस्थायी नो-फ्लाई ज़ोन घोषित करने का नोटिफिकेशन जारी किया है। यह निर्णय तब आया है जब भारतीय सेना ‘हाई ट्रैजेक्टरी फायरिंग’ के लिए ‘मंडलथांग फायरिंग रेंज’ को सक्रिय करने के लिए तैयार है।
रणनीतिक रूप महत्वपूर्ण लद्दाख क्षेत्र में स्थित मंडलथांग फायरिंग रेंज में भारतीय सेना चुनौतीपूर्ण इलाके में अपनी तैयारियों को बढ़ाने के उद्देश्य से अभ्यास करते हुए नजर आएगी। हाई ट्रैजेक्टरी फायरिंग अभ्यास सैन्य प्रशिक्षण का एक अनिवार्य हिस्सा है, जो सैनिकों को अलग-अलग ऊंचाई और दूरी पर लक्ष्यों पर कुशलतापूर्वक हमला करने में सक्षम बनाता है।
इस समयसीमा के दौरान नागरिक विमानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लद्दाख के ऊपर हवाई क्षेत्र प्रतिबंधित रहेगा। नो-फ़्लाई ज़ोन सैन्य अभ्यास के दौरान किसी भी संभावित दुर्घटना या दुर्घटनाओं को रोकने के लिए एक एहतियाती उपाय है। लद्दाख क्षेत्र भारत और चीन के बीच तनाव का केंद्र बिंदु रहा है, वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) एक विवादित सीमा क्षेत्र है। दोनों देश एलएसी के साथ विभिन्न क्षेत्रों पर लंबे समय से क्षेत्रीय विवाद में लगे हुए हैं।