नई दिल्ली। विपक्षी 28 दलों ने लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन कर लिया। विपक्षी दलों के इस गठबंधन का इरादा केंद्र की सत्ता से पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए को उखाड़ फेंकना है। विपक्षी दलों के गठबंधन की पटना, बेंगलुरु और मुंबई में तीन बैठक हो चुकी हैं, लेकिन मोदी के खिलाफ रणनीति बनाने की जगह विपक्ष का गठबंधन आपसी टकराव से ही जूझता नजर आ रहा है। एक तरफ अभी तक सीटों के बंटवारे पर फैसला नहीं हो सका है। वहीं, सनातन और हिंदू धर्म ग्रंथों के बारे में विपक्षी दलों के गठबंधन के नेताओं के जहरीले बयानों पर ही सफाई देनी पड़ रही है। विपक्षी दलों के गठबंधन को शुक्रवार को भी अपने साथी हिंदू और सनातन विरोधी नेताओं के बड़बोले बयानों पर सफाई देनी पड़ी।
भोपाल में न्यूज चैनल आजतक के कार्यक्रम में कांग्रेस के नेता कमलनाथ से सनातन को मिटा देने के डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन के बयान पर सवाल किया गया। कमलनाथ को इस पर मंच से कहना पड़ा कि कोई कुछ कहे, लेकिन सब जानते हैं कि हमारा देश सनातन धर्म का है। कमलनाथ ने ये भी कहा कि सनातन धर्म कहता है कि सबको साथ लेकर चलो। सुनिए सनातन धर्म पर कांग्रेस के कद्दावर नेता कमलनाथ का बयान।
Investment has to be attractive: Kamal Nath (@OfficeOfKNath).
Talking about the ‘Sanatan Dharm’ debate, he said – “चाहे कोई कुछ भी कहे, सब जानते हैं कि हमारा देश सनातन धर्म का है” #PanchayatAajtakMP | #PanchayatAajtak pic.twitter.com/pEvSl0EOEP— Rahul Kanwal (@rahulkanwal) September 15, 2023
एक तरफ कमलनाथ अपनी पार्टी के सहयोगी दल डीएमके की तरफ से सनातन पर उठाए गए विवाद पर अपनी बात कह रहे थे, तो वहीं, बिहार में विपक्षी दलों के गठबंधन में शामिल आरजेडी के नेता और नीतीश कुमार सरकार में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को अपनी पार्टी के नेता और शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को नसीहत देनी पड़ गई। दरअसल, चंद्रशेखर का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वो रामचरितमानस को खतरनाक जगह पोटेशियम साइनाइड बता रहे थे। इससे पहले भी चंद्रशेखर ने रामचरितमानस पर विवादित बयान दिया था। देखिए अब तेजस्वी ने शिक्षा मंत्री को क्या नसीहत दी।
#WATCH हम लोग संविधान में विश्वास रखते हैं और संविधान में सभी धर्मों का सम्मान है, तो हम हमेशा लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हैं। मंत्री जी को अपने विभागों पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए… नकारात्मक बातों पर चर्चा नहीं होनी चाहिए बल्कि सकारात्मक बातों पर चर्चा होनी चाहिए….तो… pic.twitter.com/EDMiXcF4dA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 15, 2023
बहरहाल, इन सब विवादों के अचानक तेजी पकड़ने से विपक्षी दलों के गठबंधन के लिए मुश्किल पैदा होती दिख रही है। हिंदू और सनातन विरोधी बयानों को बीजेपी ने मुद्दा बना लिया है। दक्षिण के कुछ राज्यों को छोड़ दें, तो लोकसभा में ज्यादातर सीटें उत्तर भारत से हैं। ऐसे में अगर बीजेपी इस हिंदू और सनातन विरोधी विपक्षी गठबंधन के बयानों को मुद्दा बनाने में कामयाब हो गई, तो इससे विपक्ष को लोकसभा चुनाव में एकजुट होने के बावजूद एक बार फिर जोर का झटका लग सकता है।