newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Star’s Advocates: भारत में केस लड़कर लुट जाते हैं गरीब, शाहरुख ने खड़ी कर दी है आर्यन के लिए महंगे वकीलों की फौज

ये सभी वकील पहले लोअर और सेशन कोर्ट में अपनी दलीलें देते रहे, लेकिन आर्यन को बेल दिलाने में नाकाम रहे। इसे देखते हुए शाहरुख ने बॉम्बे हाईकोर्ट में आर्यन की बेल एप्लीकेशन पर सुनवाई के दौरान पैरवी के लिए देश के पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी को हायर किया।

मुंबई। एक फिल्म का डायलॉग था, “पैसा खुदा तो नहीं, लेकिन खुदा से कम भी नहीं।” यह डायलॉग आर्यन खान के ड्रग केस में हकीकत बन गया है। जिस देश में गरीबों को अदालत की चौखट पर सालों साल केस लड़ने पड़ते हैं और मुकदमा लड़ने में उसकी जमीन और जेवर तक बिक जाते हैं, वहां सुपरस्टार शाहरुख खान ने अपनी अकूत संपत्ति के दम पर अपने बेटे आर्यन को जेल से छुड़ाने के लिए हर पेशी पर लाखों की फीस लेने वाले नामचीन वकीलों की फौज खड़ी कर दी है। चलिए, अब आपको बताते हैं कि आर्यन खान को जेल से शाहरुख के बंगले मन्नत तक पहुंचाने के लिए अदालतों में दलील रख रहे ये वकील कौन हैं। इनमें पहला नाम है मशहूर क्रिमिनल केस लड़ने वाले सतीश मानेशिंदे का। आर्यन का केस जब किला कोर्ट और बाद में एनसीबी के स्पेशल कोर्ट पहुंचा, तो सतीश मानेशिंदे ने वहां उनकी पैरवी की। मानेशिंदे के अलावा शाहरुख ने अन्य मशहूर वकील अमित देसाई, आनंदिनी फर्नांडिस, रुस्तम मुल्ला के साथ लॉ फर्म करंजावाला एंड कंपनी की सीनियर पार्टनर रूबी सिंह आहूजा और संदीप कपूर को भी आर्यन के बचाव के लिए कोर्ट रूम में खड़ा किया है।

mukul rohtagi

ये सभी वकील पहले लोअर और सेशन कोर्ट में अपनी दलीलें देते रहे, लेकिन आर्यन को बेल दिलाने में नाकाम रहे। इसे देखते हुए शाहरुख ने बॉम्बे हाईकोर्ट में आर्यन की बेल एप्लीकेशन पर सुनवाई के दौरान पैरवी के लिए देश के पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी को हायर किया। मुकुल रोहतगी 2014 में केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद अटॉर्नी जनरल बनाए गए थे। एक-एक पेशी पर लाखों की फीस लेने वाले रोहतगी और मानेशिंदे जैसे वकीलों को मैदान में उतारकर शाहरुख खान ने ये दिखा दिया है कि अगर आपके पास पैसा है, तो कोर्ट में नामचीन वकीलों को आपका केस लड़ने से कोई नहीं रोक सकता।

satish maneshinde

बहरहाल, अब देखना ये है जिस मामले में सतीश मानेशिंदे और अमित देसाई के अलावा कई वकील फेल रहे, उसमें मुकुल रोहतगी पास होते हैं या नहीं ? क्योंकि आर्यन खान की बेल कराना उनके लिए काफी चुनौती भरा है। अब मुकुल रोहतगी की दलीलों से आर्यन की बेल एप्लीकेशन पर सुनवाई कर रहे जस्टिस सांबरे कितने मुतमइन यानी संतुष्ट होते हैं, ये आज दोपहर की सुनवाई के बाद साफ हो सकता है।