तिरुवरुर। तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन और उच्च शिक्षा मंत्री पोनमुडी के सनातन धर्म विरोधी बयानों के बाद राज्य के एक कॉलेज ने इस मसले पर विवाद खड़ा कर दिया। तिरुवरुर जिले के आर्ट्स कॉलेज पर आरोप लगा कि उसने एक आदेश जारी कर छात्रों से सनातन विरोधी स्पीच तैयार करने को कहा। कॉलेज की तरफ से 12 सितंबर को आदेश जारी हुआ था, लेकिन जब छात्रों के पैरेंट्स और सोशल मीडिया पर इसकी निंदा शुरू हुई, तो कॉलेज ने अपने आदेश में 13 सितंबर को संशोधन किया। बीजेपी ने इस मुद्दे को उछाला है और तमिलनाडु में सत्तारूढ़ डीएमके के साथ ही कांग्रेस को घेरा है।
तिरुवरुर के आर्ट्स कॉलेज ने 12 सितंबर को जो आदेश जारी किया था, उसमें कहा था कि हर छात्र सनातन को मिटाने के बारे में एक स्पीच तैयार करेगा। जिसे उसे 15 सितंबर को देना होगा। इसी पर बवाल मच गया। हंगामा जब तेज हुआ, तो कॉलेज प्रबंधन ने अगले दिन संशोधित आदेश जारी किया कि सभी छात्रों के लिए सनातन धर्म विरोधी भाषण देना जरूरी नहीं है। जो इस कार्यक्रम में हिस्सा लेना चाहते हैं, वे भाषण तैयार कर सकते हैं। यानी कॉलेज अब भी सनातन के खिलाफ कार्यक्रम कराने पर उतारू है। बीजेपी के नेता और मोदी सरकार में मंत्री प्रल्हाद जोशी ने इस मामले में डीएमके और विपक्षी गठबंधन पर छात्रों को सनातन धर्म के खिलाफ भड़काने का आरोप लगाया। उन्होंने इस मामले में कांग्रेस से उसके विचार जानने चाहे। प्रल्हाद जोशी ने लिखा कि हमें सनातनी परंपरा पर गर्व है। पूरा देश विदेशी ताकतों से मिले हुए कट्टर विपक्ष के खिलाफ एकजुट है और जल्दी ही सबक सिखाया जाएगा।
Inciting students against Sanatana Dharma exposes the evil mindset of DMK and the I.N.D.I Alliance. We are proud of our Sanatani Parampara and the country is united against the bigoted Opposition that seems to be in connivance with foreign forces. Soon, they will be taught a… pic.twitter.com/Rkx6nW9vvf
— Pralhad Joshi (@JoshiPralhad) September 15, 2023
बता दें कि सनातन के खिलाफ सबसे पहले बयान बीती 2 सितंबर को तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने दिया था। उन्होंने डेंगू, मलेरिया, कोरोना से तुलना कर सनातन को मिटाने की बात कही थी। उसके बाद तमिलनाडु के ही उच्च शिक्षा मंत्री पोनमुडी ने बयान दिया था कि विपक्षी I.N.D.I.A गठबंधन को सनातन धर्म के सिद्धांतों के खिलाफ लड़ने के लिए ही बनाया गया है। पोनमुडी ने ये भी कहा था कि विपक्षी दलों में कुछ बातों पर मतभेद हो सकते हैं, लेकिन सनातन धर्म के खिलाफ लड़ाई के लिए हम एकजुट हैं। इसके लिए हमें राजनीतिक ताकत की जरूरत है।