newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Politics: कहीं मालिक न बन बैठें! इस डर से कांग्रेस के नेताओं ने नहीं करने दी पार्टी में प्रशांत किशोर की एंट्री

कांग्रेस में एंट्री न होने के बाद प्रशांत किशोर ने पार्टी पर तंज कसते हुए कहा था कि कांग्रेस में तमाम बड़े नेता हैं। वे ही पार्टी को संभाल और पुरानी दिशा दे सकते हैं। तभी लग गया था कि जिस इरादे को लेकर प्रशांत किशोर ने कांग्रेस चलाने वाले गांधी खानदान की सोनिया और प्रियंका से मुलाकात की थी, वो सफल न होने के पीछे कांग्रेस के ही तमाम नेता हैं।

नई दिल्ली। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर आखिर कांग्रेस में क्यों नहीं जा सके ? इस सवाल का जवाब अब कांग्रेस के भीतर से ही मिला है। यूपी कांग्रेस के नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने इसकी वजह बताई है। आचार्य प्रमोद के मुताबिक प्रशांत किशोर का रिपोर्ट कार्ड बेहतर रहा है। वो कई जगह अपनी प्रतिभा दिखा चुके हैं, लेकिन कांग्रेस के तमाम नेताओं को लग रहा था कि वो रणनीति बनाने नहीं, बल्कि पार्टी के नेता के तौर पर आ रहे हैं। आचार्य प्रमोद के मुताबिक कई बड़े नेता प्रशांत के इस स्वरूप को मानने के लिए राजी नहीं थे। उनको डर था कि कांग्रेस की जर्जर इमारत की मरम्मत के नाम पर जो शख्स आ रहा है, वो एक दिन इस इमारत का मालिक बन सकता है।

pramod krishnam congress

इससे पहले कांग्रेस में एंट्री न होने के बाद प्रशांत किशोर ने पार्टी पर तंज कसते हुए कहा था कि कांग्रेस में तमाम बड़े नेता हैं। वे ही पार्टी को संभाल और पुरानी दिशा दे सकते हैं। तभी लग गया था कि जिस इरादे को लेकर प्रशांत किशोर ने कांग्रेस चलाने वाले गांधी खानदान की सोनिया और प्रियंका से मुलाकात की थी, वो सफल न होने के पीछे कांग्रेस के ही तमाम नेता हैं। कांग्रेस के नेता कमलनाथ ने तो प्रशांत किशोर को कांग्रेस में लिए जाने के खिलाफ ही बयान दे दिया था। अब प्रमोद कृष्णम के बयान से साफ है कि कमलनाथ ही नहीं, गांधी खानदान के करीबी नेता भी प्रशांत के खिलाफ थे।

prashant kishor

अब कांग्रेस से दूरी बढ़ने के बाद प्रशांत किशोर खुद राजनीति शुरू करने जा रहे हैं। इसकी जानकारी उन्होंने बीते दिनों ट्वीट करके दी थी। साथ ही तेलंगाना में सत्ता पर काबिज तेलंगाना राष्ट्र समिति TRS के साथ चुनावी रणनीति बनाने के लिए प्रशांत की कंपनी IPAC ने समझौता भी कर लिया है। प्रशांत पहले ये कई बार कह चुके हैं कि मौजूदा विपक्ष में पीएम नरेंद्र मोदी या बीजेपी को हराने की कुव्वत नहीं है।