
मुंबई। महाराष्ट्र में अजित पवार और उनके साथी विधायकों की बगावत के बाद शरद पवार की एनसीपी में हड़कंप जैसी स्थिति है। हर हाल में अजित पवार और उनके साथ गए विधायकों को एनसीपी में वापस लाने की कोशिश जारी है। इसके तहत हर पैंतरे शरद पवार और उनकी बेटी सुप्रिया सुले अपना रहे हैं। इन कोशिश के तहत महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष को एनसीपी की तरफ से चिट्ठी भेजकर अजित पवार और 8 अन्य विधायकों की सदस्यता दलबदल कानून के तहत रद्द करने की अर्जी दी गई है। ये सभी एकनाथ शिंदे सरकार में मंत्री बनाए गए हैं। वहीं, एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले भी अपने स्तर से अजित पवार और विधायकों को मनाने की कोशिश कर रही हैं।
हमने विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष अयोग्यता याचिका दायर की है और हम जल्द से जल्द ठोस दस्तावेज भेजेंगे। यह अयोग्यता याचिका 9 नेताओं के खिलाफ दायर की गई थी। उन्होंने किसी को यह नहीं बताया कि वे वह पार्टी छोड़ रहे हैं। हमने भारत चुनाव आयोग को भी पत्र लिखा है…हमें विश्वास है कि अधिकांश… pic.twitter.com/NBMzSGksAM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 2, 2023
अजित पवार खेमे ने रविवार को बगावत के दौरान दावा किया था कि एनसीपी के 40 विधायकों का समर्थन उनको हासिल है। हालांकि, देर रात ये पता चला कि 29 विधायक ही अजित पवार के साथ हैं। दलबदल कानून के दायरे में आने से बचने के लिए अजित पवार को कम से कम 35 विधायकों का समर्थन चाहिए। अजित पवार के साथ विधायकों की कम संख्या का पता चलते ही शरद पवार खेमे ने दलबदल कानून के तहत कार्रवाई के लिए विधानसभा अध्यक्ष को चिट्ठी भेजी। ऐसे में आज का दिन महत्वपूर्ण है। शरद पवार के खेमे का कहना है कि अजित पवार और अन्य विधायकों ने पार्टी में टूट की कोशिश की। वहीं, अजित पवार और उनके साथ एनसीपी के दूसरे कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल का दावा है कि वे ही एनसीपी हैं।
जो कुछ भी हुआ वह दुखद है। शरद पवार ने सभी के साथ एक परिवार की तरह व्यवहार किया और वह हमारे वरिष्ठ नेता हैं। उनकी प्रतिक्रिया थी कि हम एक लोकतांत्रिक देश में रह रहे हैं, जहां हर किसी को अपनी बात कहने और अपनी बात रखने का अधिकार है। अजित पवार का यह कदम उनका अपना फैसला है। अजित पवार… pic.twitter.com/l0Y8JnJQkV
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 2, 2023
उधर, शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले भावनात्मक बातें करती दिखीं। सुप्रिया सुले ने मीडिया को बताया कि वो पहले भी एनसीपी विधायकों से बात करती रही हैं और अब भी कर रही हैं। सुले ने कहा कि सभी से निजी रिश्ते हैं और सियासी बवंडर के बाद भी बगावत करने वाले सभी एनसीपी विधायकों से उनके रिश्ते बने रहेंगे। सुप्रिया ने अजित पवार के बारे में कहा कि वो मेरे बड़े भाई हैं और अब भी हमारा रिश्ता वही बना रहेगा।