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Delhi: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस ज्वॉइन करने में एक बयान से फंसा पेच, जानिए क्यों अटका मसला

प्रशांत किशोर ने दो दिन पहले केटी रामाराव से मुलाकात की थी। जिसके बाद रामाराव का बयान आया था कि राहुल गांधी की वजह से ही पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी को ताकत मिलती है। सूत्रों के मुताबिक रामराव के इस बयान ने ही कांग्रेस में पीके की एंट्री के खिलाफ माहौल बना दिया है।

नई दिल्ली। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर उर्फ पीके के कांग्रेस ज्वॉइन करने में पेच फंस गया है। ये पेच तेलंगाना राष्ट्र समिति यानी TRS के चीफ और तेलंगाना के मंत्री केटी रामाराव के बयान से फंसा है। प्रशांत किशोर ने दो दिन पहले केटी रामाराव से मुलाकात की थी। जिसके बाद रामाराव का बयान आया था कि राहुल गांधी की वजह से ही पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी को ताकत मिलती है। सूत्रों के मुताबिक रामराव के इस बयान ने ही कांग्रेस में पीके की एंट्री के खिलाफ माहौल बना दिया है। इससे पहले मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम और गांधी खानदान के करीबी कमलनाथ ने भी पीके के कांग्रेस में आने पर संकेतों में विरोध जताया था।

Sonia and Prashant

प्रशांत किशोर ने बीते दिनों दो बार सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात की थी। उन्होंने कांग्रेस आलाकमान के सामने 2024 के लोकसभा चुनाव में जीत के लिए कदम उठाए जाने से संबंधित प्रेजेंटेशन भी दिया था। इसके बाद से ही चर्चा थी कि पीके अब कांग्रेस में दिखेंगे, लेकिन तब से काफी दिन बीत गए हैं और उनकी पार्टी में एंट्री नहीं हो सकी है। प्रशांत किशोर को कांग्रेस में लेने के बारे में पहले सोमवार को फैसला होना था, लेकिन दिन बीत गया। सोनिया गांधी ने पीके को कांग्रेस में शामिल करने के लिए 8 सदस्यों की कमेटी भी बनाई थी। उस कमेटी ने रिपोर्ट भी सौंप दी है, लेकिन सोनिया अब तक फैसला नहीं कर सकी हैं।

rahul and sonia

अब खबर ये भी है कि सोनिया ने रिपोर्ट पर गौर करने के लिए एक कमेटी और बनाई है। कांग्रेस को पीके में 2024 का चुनाव जिताने का माद्दा दिख रहा था। साल 2014 और 2019 में कांग्रेस की लोकसभा चुनाव में घनघोर पराजय हुई थी। बीते दिनों यूपी समेत 5 राज्यों में हुए चुनाव में उसकी और दुर्गति हुई। यहां तक कि पंजाब की सत्ता भी चली गई। अब गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में कांग्रेस आलाकमान हर हाल में जीत दर्ज करने के लिए कोशिश में जुटा है।