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Maharashtra: उद्धव ने नैतिकता के आधार दिया था इस्तीफा, तो देवेंद्र फडणवीस ने ऐसे पढ़ाया नैतिकता का पाठ

Maharashtra: आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए विपक्षी एकता को धार देने के मकसद से सीएम नीतीश कुमार आज महाराष्ट्र पहुंचे। जहां उन्होंने उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। इस बीच सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में मौजूदा तानाशाही शक्तियों से लड़ने के लिए हमें अपने पुराने गिले शिकवे भुलाकर एक मंच पर आना होगा।

नई दिल्ली। महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संघर्ष को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया है। दरअसल, कोर्ट ने मामला सात सदस्यीय संविधान पीठ को सौंपने का निर्देश दिया है। अब तक यह मामला पांच सदस्यीय संविधान पीठ के समक्ष विचाराधीन था। अब आगामी दिनों में मौजूदा राजनीतिक संकट को लेकर क्या फैसला लिया जाता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि कोर्ट के इस फैसले के साथ ही शिंदे गुट को बड़ी राहत मिल गई है। वहीं, कोर्ट के फैसले के बाद शिंदे और फडणवीस ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस भी किया जिसमें उन्होंने इस फैसले की संपूर्ण व्यख्या की और इसके अलावा उन्होंने उद्धव ठाकरे के उस बयान को लेकर भी उन पर निशाना साधा। जिसमें उन्होंने कहा कि मैंने नैतिकता को ध्यान में रखते हुए सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। जिस पर देवेंद्र फडणवीस और सीएम शिंदे प्रतिक्रिया व्यक्त कर ठाकरे को निशाने पर लिया।

डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उद्धव ठाकरे कह रहे हैं कि मैंने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिया था, लेकिन मैं यह पूछना चाहता हूं कि उस वक्त उनकी नैतिकता कहां चली गई थी, जब उन्होंने बालासाहब ठाकरे की विचारधारा को तिलांजलि देते हुए सिर्फ के सत्ता के लालच के लिए कांग्रेस और एनसीपी के साथ हाथ मिला लिया था। क्या उस वक्त उन्हें अपनी नैतिकता याद नहीं आई थी। वहीं, सीएम शिंदे ने भी उद्धव ठाकरे को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ऐसा नहीं हो सकता है कि आप चुनाव किसी और के साथ मिलकर लड़ते हैं और सरकार किसी और के साथ लड़ते हैं, यह बिल्कुल भी उचित नहीं है।

बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए विपक्षी एकता को धार देने के मकसद से सीएम नीतीश कुमार आज महाराष्ट्र पहुंचे। जहां उन्होंने उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। इस बीच सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में मौजूदा तानाशाही शक्तियों से लड़ने के लिए हमें अपने पुराने गिले शिकवे भुलाकर एक मंच पर आना होगा। सीएम नीतीश के साथ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी महाराष्ट्र पहुंचे। दोनों के बीच विपक्षी एकता को धार देने के बारे में विस्तार से बात हुई। ध्यान रहे कि इससे पहले सीएम नीतीश बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने पहुंचे थे। जहां दोनों के बीच विपक्षी एकता को लेकर बात हुई थी।

वहीं, इसके बाद सीएम नीतीश ओडिशा पहुंचे थे, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात की थी। लेकिन दोनों के बीच विपक्षी एकता को लेकर कोई वार्ता नहीं हुई थी। बहरहाल, अब यह देखना दिलचस्प रहेगा कि आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए जिस तरह से सभी विपक्षी दल एक छत के तले आ रहे हैं। क्या इनकी यह सियासी एकता आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी को विजयी पताका फहराने से रोक पाएगी। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम