नई दिल्ली। पिछले कुछ महीने उद्धव ठाकरे और उनकी पार्टी शिवसेना के लिए ठीक नहीं रहे। इन दिनों में न सिर्फ उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र की सियासी गद्दी से हाथ धोना पड़ा बल्कि खुद की पार्टी से जुड़े अपनों ने जो झटका दिया उसका दर्द अब भी उनके चेहरे पर देखा जा सकता है। हालांकि ठाकरे वर्तमान में सत्ता से जा चुके हैं और राज्य में अब एकनाथ शिंदे भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर सरकार बना चुके है। शिंदे जहां राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं तो वहीं देवेन्द्र फडणवीस महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री बनाए गए हैं। राज्य में आए राजनीतिक भूचाल और सरकार गिरने के बाद अब पहली बार इंटरव्यू में उद्धव ठाकरे का दर्द छलका है। ठाकरे ने इस मामले पर पहली बार बात करते हुए न सिर्फ बागियों को इशारों-इशारों में सड़ा पत्ता बताया बल्कि भारतीय जनता पार्टी पर भी हमला बोला।
शिवसेना के मुखपत्र सामना को दिए इंटरव्यू में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बगावत से हुई पीड़ा को व्यक्त की। सत्ता खोने के दर्द को बयां करते हुए ठाकरे ने कहा, “सरकार चली गई, मुख्यमंत्री पद गवाया, इसका हमें अफसोस नहीं है, अफसोस इस बात का है कि मेरे लोग दगाबाज निकले। मेरे ऑपरेशन के बाद की अस्वस्थ्यता के दौरान भी सरकार को गिराने का प्रयास किया जा रहा था। इस बात से दुख जरूर हुआ।”
बागियों को बताया सड़ा हुआ पत्ता
पार्टी को दगा देने वाले बागियों पर इशारों-इशारों में निशाना साधते हुए उद्धव ने उन्हें सड़ा हुआ पत्ता बताया। ठाकरे ने कहा, “हां, सड़े हुए पत्ते झड़ रहे हैं। जिनको पेड़ से सब कुछ मिला, सभी तरह के रस मिले जिससे वो तरोताजा थे। वो पत्ते वृक्ष से सब कुछ लेने के बाद अब गिरकर झड़ रहे हैं। इनकी वजह से देखिए पेड़ (शिवसेना) कैसे उजड़ा-निर्जीव हो गया है, ये दिखाने के लिए वो लगातार प्रयास कर रहे हैं लेकिन वो लोग ये भूल गए हैं कि अगले दिन माली आता है और वो इन पतझड़ से गिरे पत्तों को टोकरी में भरकर ले जाता है।”
BJP के साथ रिश्ते को लेकर कही ये बात
अपने इंटरव्यू में भाजपा के साथ सरकार बनाने को लेकर ठाकरे ने कहा कि शिवसेना के साथ ये तय हुआ था कि ढाई-ढाई साल का मुख्यमंत्री पद होगा…अभी भी तो वही किया गया है और अगर ये उस वक्त किया होता तो कम से कम पांच सालों में भारतीय जनता पार्टी को एक बार तो ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद मिलता…ये जो कुछ भी रणनीति बना रहे हैं, ढोंग कर रहे हैं कि हमने शिवसेना को मुख्यमंत्री पद दिया, वो करना नहीं पड़ता और अब वे कह रहे हैं कि ‘हमारी’ शिवसेना ये शिवसेना नहीं है…इतना सब कुछ करके भी उन्हें समाधान नहीं मिल रहा क्योंकि उन्हें शिवसेना को खत्म करना है।” इतना ही नहीं ठाकरे ने आगे कहा कि जो भाजपा ने आज किया है। वही उस वक्त किया होता तो आज सब कुछ सामान्य होता। ठाकरे ने कहा कि अगर हमने महाविकास आघाड़ी को बनाकर गलती की होगी तो लोग हमें घर पर बिठा देंगे। जनता हमें पहचानती है। लगातार हमारी छठी पीढ़ी महाराष्ट्र की जनता के लिए काम कर रही है।