लखनऊ। आज यूपी विधानसभा के 5वें दौर के लिए वोट पड़ रहे हैं। 61 सीटों पर 685 प्रत्याशी दावेदारी कर रहे हैं। इनमें से 27 फीसदी पर आपराधिक मुकदमे हैं। रेप और हत्या के आरोपी भी मैदान में वोट लेने उतरे हैं। जबकि, 36 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं। कुल 685 में से 185 दागी उम्मीदवार आज अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। एडीआर की तरफ से जारी आंकड़े इसकी तस्दीक करते हैं। एडीआर के मुताबिक इस दौर में सपा के 57 में से 42, बीजेपी के 52 में से 25, कांग्रेस के 61 में से 23 और बीएसपी के भी 23 उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक केस हैं।
आपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों की बात करें, तो सुलतानपुर की इसौली सीट से बीएसपी के यशभद्र सिंह, इलाहाबाद उत्तर सीट से सपा के संदीप यादव और बहराइच जिले की पयागपुर सीट से मुकेश यादव पर सबसे ज्यादा मामले हैं। 12 प्रत्याशियों पर महिलाओं के खिलाफ अपराध के केस हैं। इनमें सुलतानपुर से सपा के अनूप संडा भी हैं। संडा पर रेप का केस चल रहा है। इस दौर के 8 उम्मीदवारों पर हत्या के केस चल रहे हैं। इस तरह देखा जाए, तो पिछले 4 दौर के चुनाव की तरह हर पार्टी ने इस बार भी अपराधियों को अपना टिकट देकर विधानसभा में पहुंचाने की कोशिश की है। ऐसे में वोटरों को बहुत सोच-विचारकर अपना कीमती वोट देने की जरूरत है।
पांचवें दौर के चुनाव में भी धनी प्रत्याशियों की कोई कमी नहीं है। 246 उम्मीदवार इस दौर में करोड़पति हैं। इनमें बीजेपी के 52 में से 47, सपा के 59 में से 49, बीएसपी के 61 में 44 और कांग्रेस के 61 में 30 उम्मीदवार हैं। सबसे ज्यादा संपत्ति अमेठी की तिलोई सीट से बीजेपी के मयंकेश्वर सिंह की है। उनके पास 58 करोड़ की संपत्ति है। वहीं, प्रतापगढ़ की कुंडा सीट से बीजेपी के सिंधुजा मिश्रा के पास 52 करोड़ और तीसरे नंबर पर अमेठी सीट से बीजेपी के डॉक्टर संजय सिंह के पास 50 करोड़ की संपत्ति है। बता दें कि संजय सिंह राजपरिवार के हैं और किसी जमाने में कांग्रेस के साथ हुआ करते थे।
इस दौर में 407 प्रत्याशी स्नातक या उससे ज्यादा पढ़े हैं। जबकि, 231 प्रत्याशियों के मुताबिक उनकी शैक्षिक योग्यता 5वीं से 12वीं के बीच है। 2 प्रत्याशी डिप्लोमा किए हुए हैं। 32 ने खुद को साक्षर और 6 उम्मीदवार अंगूठा टेक हैं। 7 प्रत्याशी ऐसे भी हैं, जिन्होंने खुद की शैक्षिक योग्यता तक नहीं बताई है। पांचवें दौर के मतदान में खास बात ये है कि करीब 36 फीसदी उम्मीदवार युवा हैं। 248 प्रत्याशियों ने अपनी उम्र 25 और 40 फीसदी के बीच है। जबकि, 368 उम्मीदवार 41 से 60 साल के हैं। वहीं, 69 उम्मीदवार 61 से 80 साल के हैं। इस दौर में महिला उम्मीदवारों की तादाद 90 है।