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UP: मिशन 2022 के लिए बीजेपी ने तैयार की रणनीति, ‘सौ दिन के सौ काम’ रहेगा मिशन

UP: उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले चुनावों को लेकर हर दल ने अपनी रणनीति बना ली गई है। उत्तर प्रदेश से लेकर बूथ स्तर तक संगठन की संरचना तैयारी की गई है। तो वहीं प्रदेश की योगी सरकार का बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल का भी विस्तार किया जा चुका है।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले चुनावों को लेकर हर दल ने अपनी रणनीति बना ली गई है। राज्य से लेकर बूथ स्तर तक संगठन की संरचना तैयारी की गई है। तो वहीं प्रदेश की योगी सरकार का बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल का भी विस्तार किया जा चुका है। वहीं अब भारतीय जनता पार्टी यह भी तय कर चुकी है कि एक दिन भी आराम किए बिना पूरी ताकत से मिशन 2022 के लिए काम किया जाएगा। जिसके लिए संगठन ने यह भी तय किया है कि प्रचार-प्रसार का अभियान भी दो चरणों में चलाया जाएगा। इसके साथ ही पार्टी का मिशन है कि ‘सौ दिन के सौ काम’ नाम के चुनाव पूर्व अभियान की रूपरेखा बना ली गई है।

भारतीय जनता पार्टी ने भी आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए उत्तर प्रदेश में माहौल बनाने के लिए कमर कस ली है। जिसके चलते संगठन की कमान भी प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को सौंपी गई है। तो वहीं चुनावी रणनीति के लिए भी केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को चुनाव प्रभारी बनाने का फैसला लिया गया है। उनके सहप्रभारी के तौर पर केंद्रीय खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर चुनाव प्रबंधन संभाल रहे हैं। बाकी छह सह प्रभारियों को क्षेत्रीय चुनाव प्रभारी बनाने का फैसला लिया गया है।

पार्टी सूत्रों की मानें तो चुनाव अभियान दो चरणों में चलाया जाएगा। जिसका पहला अभियान चुनाव की अधिसूचना जारी होने तक जारी रहेगा। जिसके लिए आगामी एक अक्टूबर से दस जनवरी, 2022 तक की अवधि प्रस्तावित की गई है। सरकार के इसी कदम को ‘सौ दिन के सौ काम’ नाम दिया गया है। जिसके तहत पार्टी ने एक-एक दिन के कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर ली है। जिसकी आखिर स्वीकृति के लिए यह रूपरेखा केंद्रीय नेतृत्व को भेजी गई है। इन सौ दिनों में समाज के हर वर्ग से जनसंपर्क पर ही खास जोर दिया जाएगा।

CM Yogi and Narendra Giri

हारी हुई सीटों पर होगी नजर

इस अभियान के साथ ही पार्टी की नजर खास तौर पर उन सीटों पर रहेगी है, जहां फिलहाल बीजेपी के विधायक नहीं हैं। ऐसे लगभग 80 विधानसभा क्षेत्र हैं जिसके समीकरण बदलने और जीत का माहौल बनाने की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने संभाली है।