नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी, जो खुद को संविधान का बड़ा समर्थक और रक्षक बताती है, वास्तव में उस संविधान को अपमानित करने में सबसे आगे कांग्रेस ही है। ‘संविधान रक्षक अभियान’ चलाने वाले इन लोगों ने आज भारतीय लोकतंत्र के मंदिर ‘संसद’ का इस्तेमाल भी शाही परिवार की सदस्य प्रियंका गांधी को ‘लॉन्च’ करने के लिए किया है। ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रियंका के शपथ ग्रहण के बाद ही संसद को कांग्रेस पार्टी ने हुड़दंगबाजी करके भंग करा दिया। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कांग्रेस और गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए यह बाते कहीं।
केंद्रीय मंत्री ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि संविधान की दुहाई देने वाले ये लोग एक परिवार का हित करने में, देश का अहित कर रहे हैं और देशवासियों को धोखा दे रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने कभी संसद का उपयोग सोनिया गांधी, तो कभी राहुल गांधी और अब प्रियंका गांधी को लॉन्च करने के लिए किया है। संविधान को हाथ में लेकर लहराने वाले इस शाही परिवार ने संविधान के मूल स्वरूप में 76 बार संशोधन किए हैं और अनुच्छेद 356 का उपयोग कर 88 से अधिक बार लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकारों को गिराया है। आपातकाल लगाकर पूरे देश को जेलखाना बनाकर संविधान द्वारा लोगों को दिए गए अधिकारों को कुचलने वाली कांग्रेस पार्टी ‘संविधान’ की रक्षक कभी हो ही नहीं सकती।
प्रधान ने कहा कि अगर संसद सुचारू रूप से काम करेगी, तो इससे देश को फायदा होगा, लेकिन कांग्रेस को यह मंजूर नहीं है। कांग्रेस की राजनीति केवल हुड़दंगबाजी और अराजकता पर आधारित है। जिसे अब देश की जनता भी भली-भांति समझ चुकी है। आपको बता दें कि संसद का शीत सत्र का सोमवार को पहला दिन था। मगर सोमवार से लेकर अब तक एक भी दिन ऐसा नहीं गया जब सदन पूरी तरह से सुचारु रूप से चल हो। कांग्रेस और इंडी गठबंधन के सांसद लगातार सदन की कार्यवाही बाधित कर रहे हैं।