नई दिल्ली। चीन के साथ रिश्ते तल्ख होने के बाद से देशवासियों ने चीनी सामानों से किनारा करना शुरू कर लिया है। इतना ही नहीं सरकारी स्तर पर भी चाइनीज सामनों को दरकिनार करना शुरू कर दिया गया है। बता दें कि योगी सरकार ने फैसला लिया है कि चीन में बने बिजली के मीटर अब यूपी में नहीं लगेंगे।
बता दें कि यह फैसला राज्य उपभोक्ता परिषद की शिकायत के बाद लिया गया है। मीटर के अलावा योगी सरकार ने फैसला किया है कि चीन निर्मित बिलजी उपकरणों पर भी रोक होगी। इसके तहत यूपी के गोरखपुर में लगे 15 हजार चीनी मीटर हटाए जाएंगे। इसके साथ मीटर, उपकरण आगे प्रयोग में ना लाने के निर्देश भी दिए गए हैं। ऊर्जा मंत्री ने समीक्षा बैठक में निर्देश जारी किए हैं।
गौरतलब है कि अभी तक केंद्र सरकार की तरफ से कॉन्ट्रैक्ट के तहत यूपी में चीन के बिजली उपकरणों का इस्तेमाल हो रहा था, लेकिन राज्य सरकार ने इसपर रोक लगा दी है। यूपी सरकार के अलावा हरियाणा सरकार ने भी चाइनीज कंपनियों के ठेके रद्द करने का फैसला किया है।
हरियाणा में चाइनीज कंपनियों को मिले 2 थर्मल पावर स्टेशन के ठेकों को रद्द कर दिया गया है। यमुनानगर और हिसार थर्मल प्लांट के लिए बीडिंग हुई थी। इसमें 2 कंपनियों को 2 थर्मल पावर स्टेशन के ठेके मिले थे। दोनों ही कंपनियां चीनी थीं, लेकिन इसके बाद अब हरियाणा सरकार ने इन ठेकों को रद्द कर दिया है।
चीनी सामानों पर तिरछी करने में भारतीय रेलवे भी पीछे नहीं है। बता दें कि भारतीय रेलवे ने भी चीनी कंपनी से अपना एक करार खत्म कर दिया। भारतीय रेलवे के साथ 2016 में चीनी कंपनी से 471 करोड़ रुपए का करार हुआ था, जिसमें उसे 417 किलोमीटर लंबे रेलवे ट्रैक पर सिग्नल सिस्टम लगाना था।