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Varun Gandhi Tested Covid Positive: कोरोना की चपेट में आए वरुण गांधी तो चुनाव आयोग से कर डाली ये मांग

Varun Gandhi Tested Covid Positive: वरुण गांधी ने ट्वीट कर लिखा , पीलीभीत में 3 दिनों तक रहने के बाद काफी मजबूत लक्षणों के साथ मैं कोविड पॉजिटिव हो गया हूं। कोरोना की तीसरी लहर और विधान सभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव आयोग से मांग करते हुए वरुण ने अपने ट्वीट में आगे कहा, अब हम तीसरी लहर और चुनाव प्रचार के बीच में है। चुनाव आयोग को उम्मीदवारों और राजनीतिक कार्यकतार्ओं को भी एहतियातन डोज देनी चाहिए।

नई दिल्ली। भाजपा सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi ) कोविड पॉजिटिव हो गए है। उन्होंने स्वयं ट्वीट कर अपने कोविड पॉजिटिव होने की जानकारी देते हुए बताया कि 3 दिनों तक पीलीभीत में रहने के बाद वो भी कोविड पॉजिटिव हो गए हैं। कोरोना के लगातार बढ़ रहे खतरे और 5 राज्यों में होने वाले विधान सभा चुनाव के मद्देनजर वरुण ने कहा कि हम कोविड की तीसरी लहर और चुनाव प्रचार के बीच में है। उन्होंने चुनाव आयोग से चुनाव लड़ने वाले सभी उम्मीदवारों और चुनावी अभियान में जुटे राजनीतिक कार्यकतार्ओं को भी एहतियातन डोज दिलवाने की मांग की। वरुण गांधी ने ट्वीट कर लिखा , पीलीभीत में 3 दिनों तक रहने के बाद काफी मजबूत लक्षणों के साथ मैं कोविड पॉजिटिव हो गया हूं। कोरोना की तीसरी लहर और विधान सभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव आयोग से मांग करते हुए वरुण ने अपने ट्वीट में आगे कहा, अब हम तीसरी लहर और चुनाव प्रचार के बीच में है। चुनाव आयोग को उम्मीदवारों और राजनीतिक कार्यकतार्ओं को भी एहतियातन डोज देनी चाहिए।

आपको बता दें कि, चुनाव आयोग ने शनिवार को पांच राज्यों – उत्तर प्रदेश , उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा के विधान सभा चुनाव के लिए तारीखों का एलान कर दिया है। देश में कोरोना के लगातार बढ़ रहे खतरे के मद्देनजर चुनाव आयोग ने 15 जनवरी तक जनसभा, रोड शो, पदयात्रा और नुक्कड़ सभा जैसे चुनावी कार्यक्रमों पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। इसके साथ ही आयोग ने कोविड के खतरे को देखते हुए अन्य कई तरह की पाबंदियां लगाई है और सावधानी बरतने के लिए कई तरह के दिशा निर्देश भी जारी किए है।

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चुनाव आयोग ने यह भी साफ कर दिया है कि कोविड दिशा निर्देश नहीं मानने वालों के खिलाफ आयोग कड़ी कार्रवाई करेगा लेकिन चुनावी माहौल और राजनीतिक दलों के इतिहास एवं रवैये को देखते हुए अभी भी कई लोग यह मान रहे हैं कि इन नियमों का पालन करवाना चुनाव आयोग के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होगा।