नई दिल्ली। यूपी के शियी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन रह चुके वसीम रिजवी मे इस्लाम छोड़ सनातन धर्म अपना लिया है। रिजवी ने एक वीडियो जारी कर इस बात का ऐलान किया था। आज बाबरी मस्जिद विध्वंस की 30वीं बरसी के दिन ही वसीन रिजवी यूपी के गाजियाबाद के डासना में स्थित देवी मंदिर में शिव शक्ति धाम के महंत यति नरसिंहानंद गिरि महाराज रिजवी को सनातन धर्म ग्रहण करवाया। रिजवी के इस ऐलान और कार्यक्रम के दौरान मंदिर और आसपास के इलाके में सुरक्षा व्यवस्था काफी बढ़ा दी गई थी।
वीडियो जारी कर किया ऐलान
गौरतलब है कि रिजवी कुछ दिन पहले ही अपनी वसीयत को लेकर सुर्खियों में छाए हुए थे, जब उन्होंने इस बात का ऐलान किया था कि मरने के बाद उन्हे दफनाया नहीं जाए, बल्कि हिंदू रीति रिवाज के अनुसार उनका अंतिम संस्कार किया जाए। उस अपना बयान जारी करते हुए रिजवी ने कहा था कि यति नरसिम्हानंद उनकी चिता को अग्नि देंगे। इसके बाद एक वीडियो जारी करके रिजवी ने कहा था कि मेरी हत्या करने और गर्दन काटने की साजिश रची जा रही है। मेरा गुनाह सिर्फ इतना है कि मैंने कुरान की 26 आयतों को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। जिस वजह से मुसलमान मुझे मारना चाहते थे। इस वीडियो में उन्होंने यह भी कहा था कि मुझे किसी कब्रिस्तान में जगह नहीं देंगे। इसलिए मरने के बाद मेरा अंतिम संस्कार कर दिया जाए।
कट्टरपंथियों ने दी धमकी
गौरतलब है कि काफी से वसीम रिजवी कट्टरपंथियों के निशाने पर बने हुए हैं। हिंदू धर्म कट्टरपंथ के खिलाफ भी खुलकर आवाज उठाते रहते हैं। हालांकि कई बार उन्हें जान से मारने की धमकियां भी मिल चुकी हैं। खबर यह भी सामने आ चुकी है कि वसीम रिजवी ने कुरान को कथित रूप से विवादित आयतों को हटाने के लिए कुछ महीनों पहले सुप्रीम कोर्ट को याचिका दाखिल की थी। हालांकि कोर्ट ने यह याचिका खारिज कर दी थी। साथ ही इन पर 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया था।
आज अपनाया हिंदू धर्म
वहीं आज वसीम रिजवी इस्लाम छोड़ हिंदू धर्म अपना लिया है। इस मामले में मिली जानकारी के मुताबिक रिजवी आज डासना मंदिर पहुंचे, जहां पुजारी यति नरसिम्हानंद गिरी महाराज रिजवी को सनातन धर्म ग्रहण करवाया। यति नरसिम्हानंद गिरी महाराज पूरे रीजि-रिवाज से उन्हें हिंदू धर्म में शामिल हो गए हैं।