नई दिल्ली। सात फरवरी को उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से आए सैलाब के रास्ते में जो आया, वो तबाह हो गया। इस हादसे में अब तक 30 से ज्यादा लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, वहीं 170 से ज्यादा लोग अब भी लापता हैं। बता दें कि इस हादसे लापता लोगों की तलाश की जा रही है और इसके पांचवें दिन भी तपोवन टनल में फंसे 30 से ज्यादा मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। वहीं गुरुवार को अचानक टनल में पानी भर जाने के कारण रेस्क्यू को अभी रोका गया है। बता दें कि पानी बढ़ने की वजह से अलकनंदा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने की खबर है। इसकी वजह से उसका पानी टनल में भी आ गया है। इस वजह से रेस्क्यू टीम को पीछे आने के लिए कहा गया है, और अब टीम को आधे किलोमीटर तक पीछे ले जाया गया है।
गौरतलब है कि मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी का कहना है कि जलस्तर के बढ़ने को लेकर हमें जानकारी नहीं है कि यह कैसे और कितना बढ़ा है, लेकिन लोगों की सुरक्षा के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन को बंद किया गया है। बता दें कि ताजा अपडेट के मुताबिक अलकनंदा नदी में अचानक बहाव तेज हो गया है। राहत कार्य को भी रोका गया है। इसमें ड्रिलिंग ऑपरेशन को रोकते हुए पहले मशीनें बाहर निकाली गई, फिर रेस्क्यू टीम के लोगों को बाहर निकाल लिया गया है।
राहत कार्य को दोबारा शुरू करने के लिए अब इंतजार किया जा रहा है कि पानी का स्तर कम हो, जिससे आगे राहत-बचाव कार्य शुरू किया जा सके। पानी का स्तर बढ़ने से तपोवन टनल में अचानक अफरा-तफरी का माहौल हो गया। वहीं चमोली पुलिस का कहना है कि, “ऋषिगंगा नदी का जलस्तर बढ़ रहा है, आस-पास के इलाकों में रहने वाले लोगों को अलर्ट किया जा रहा है। लोगों से निवेदन है कि वे घबराएं नहीं अलर्ट रहें।”