नई दिल्ली। सेना के तीनों अंगों के प्रमुख आज ‘अग्निपथ भर्ती योजना’ को लॉन्च करने का एलान कर सकते हैं। इस योजना के तहत सेना के तीनों अंगों में जवानों की भर्ती का पुराना कायदा खत्म हो जाएगा। अग्निपथ भर्ती योजना से कम समय की सेवा में ही युवाओं को अपने जोश और देश के प्रति जज्बे को दिखाने का मौका मिलेगा। साथ ही युवा आगे के बेहतर करियर के लिए भी खुद को तैयार कर सकेंगे। इस योजना को सीडीएस रहे स्व. जनरल बिपिन रावत ने तैयार किया था। मोदी सरकार अब इसे लागू करने की दिशा में कदम उठाने जा रही है। तो यहां आपको बताते हैं कि आखिर अग्निपथ भर्ती योजना क्या है और युवाओं के लिए ये किस तरह फायदेमंद हो सकती है।
अग्निपथ योजना के तहत सेना के तीनों अंगों में सिर्फ 4 साल के लिए जवानों की भर्ती होगी। भर्ती होने वाले युवाओं को 6 से 9 महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी। 4 साल बाद भर्ती जवानों में बेहतर काम करने वाले 20 फीसदी को आगे भी रखा जा सकता है। बाकी रिटायर जवानों को एकमुश्त 11 से 15 लाख की रकम मिलेगी। रिटायर होने पर कोई पेंशन देय नहीं होगी। देश के लिए शहीद होने पर पहले के मुताबिक सरकार से परिवार को मिलने वाली सुविधाएं मिलेंगी। 4 साल बाद रिटायर होने पर सेना इन पूर्व सैनिकों को अन्य जगह नौकरी दिलाने में मदद भी करेगी। इसके लिए सेना ने तमाम निजी कंपनियों से बात भी की है।
इस योजना को इस महीने के शुरु में ही लॉन्च किया जाना था, लेकिन सूत्रों के मुताबिक इसकी नीतियां बनने में वक्त लगने की वजह से ऐसा नहीं हो सका। सेना के तीनों अंगों में जवानों की भर्ती की प्रक्रिया भी कोरोना काल की वजह से काफी समय से नहीं हो सकी है। माना जा रहा है कि आज अग्निपथ योजना की लॉन्चिंग के साथ ही भर्ती की बंद प्रक्रिया भी खोली जाएगी।