नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपने छत्तीसगढ़ दौरे पर नक्सलियों से लोहा लेने वाले सीआरपीएफ जवानों से मुलाकात की और उनका हौसला बढ़ाया। इस दौरान गृहमंत्री ने साफ तौर पर जवानों से कहा कि आप लोगों को जो भी चीज चाहिए, आपकी जो मांगें हैं उनको बिना डरे लिखकर दे दो, सरकार पूरा प्रयास करेगी। अमित शाह ने जवानों से यह भी कहा कि डरना मत, इसमें कोई डिसिप्लिन नहीं होता है, यह मैं कह रहा हूं। गृहमंत्री की यह बात सुनकर जवानों के चेहरों पर खुशी छा गई।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने #CRPF जवानों से कहा, अपनी मांगों को बिना डरे लिखकर दें, सरकार हर प्रयास करेगी। pic.twitter.com/Gig3ODJ3PG
— Jitender Bhardwaj (@journo_jitendra) December 17, 2024
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सरकार जरूर इस बात का प्रयास करेगी कि आप लोगों को कम से कम तकलीफें झेलनी पड़ें। उन्होंने कहा कि दिल्ली में बैठकर अंदाज तो होता है कि आप सब कितनी कठिनाई में काम करते हो परन्तु यहाँ आकर मालूम पड़ता है कि कठिनाई जो दिल्ली में बैठकर सोचते हैं उससे अनेक गुना ज्यादा है। गृहमंत्री ने जवानों की प्रशंसा करते हुए कहा कि आप 40 साल पुरानी नक्सलवाद की समस्या जिसने लगभग सात करोड़ लोगों के जीवन में अंधेरा किया है उस समस्या को समाप्त करने जा रहे हैं। यह बहुत बड़ा काम है। नक्सल समस्या को समाप्त करने के लिए भारत के इतिहास में सीआरपीएफ, कोबरा, छत्तीसगढ़ पुलिस और डीआरजी का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने Chhattisgarh दौरे के दौरान CRPF जवानों से कहा कि ‘ दिल्ली में बैठकर अंदाज तो आता है कि कितनी कठिनाई में आप काम करते हो परन्तु यहाँ आके मालूम पड़ता है कि कठिनाई जो दिल्ली में बैठकर सोचते हैं उस से अनेक गुना ज्यादा है ll
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— PARAMILITARY HELP – CAPF (@Paramilitryhelp) December 17, 2024
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ यात्रा के दौरान गृहमंत्री ने नक्सल प्रभावित कई क्षेत्रों का दौरा किया। बीजापुर के नक्सल प्रभावित गुण्डम गाँव का दौरा करते हुए उन्होंने क्षेत्र के स्कूल बच्चों से भी मुलाकात की। इस दौरान राशन की दुकान, आवास एवं स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न कार्यों का मुआयना किया और साथ ही क्षेत्रवासियों से संवाद भी किया। गृहमंत्री ने नक्सली हिंसा में जान गँवाने वाले लोगों के परिवारों और शहीद जवानों के परिजनों से भी जगदलपुर में मुलाकात की। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार 31 मार्च 2026 तक नक्सलमुक्त भारत बना कर इन सभी बलिदानियों को सच्ची श्रद्धांजलि देने की दिशा में आगे बढ़ रही है।