नई दिल्ली। वन नेशन-वन इलेक्शन बिल आज लोकसभा में भारी हंगामे के बीच पेश किया गया। इस दौरान व्हिप जारी होने के बावजूद बीजेपी के बहुत से सांसद सदन से गैरहाजिर रहे। ऐसा माना जा रहा है कि बीजेपी अब सदन में मौजूद न रहने वाले अपने सांसदों को नोटिस भेजकर जवाब तलब कर सकती है। विधेयक पर वोटिंग के दौरान नितिन गडकरी, गिरिराज सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, जगदंबिका पाल, शांतनु ठाकुर, बी वाई राघवेंद्र, विजय बघेल, उदयराज भोंसले, भागीरथ चौधरी, जगन्नाथ सरकार और जयंत कुमार रॉय समेत 20 बीजेपी सांसद मौजूद नहीं थे।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने के प्रावधान वाले संविधान (129वां संशोधन) विधेयक, 2024 को लोकसभा में रखा। कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने इस एक देश-एक चुनाव संबंधी विधेयक का जबर्दस्त तरीके से विरोध किया। बिल को पेश करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग कराई गई जिसमें पक्ष में 269 और विपक्ष में 198 वोट डाले गए। इस तरह से बिल को सदन में पेश किया गया जिसके बाद उसे संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के पास भेज दिया गया है। केंद्रीय मंत्री मेघवाल ने ‘एक देश, एक चुनाव’ से जुड़ा एक और विधेयक केंद्र शासित कानून (संशोधन) बिल 2024, भी आज लोकसभा में पेश किया।
बीजेपी के लिए कठिन है डगर
इसके तहत दिल्ली, जम्मू-कश्मीर और पुड्ड्चेरी के विधानसभा चुनाव भी लोकसभा चुनाव के साथ कराए जा सकेंगे। हालांकि लोकसभा और राज्यसभा दोनों में ही बीजेपी के पास इस विधेयक को पास कराने के लिए पर्याप्त संख्याबल नहीं है। लोकसभा की 543 सीटों में दो तिहाई बहुमत के लिए 362 का आंकड़ा जरूरी है। एनडीए के पास अभी 292 सीटें हैं। राज्यसभा की 245 सीटों में दो तिहाई बहुमत के लिए 164 सीटें जरूरी हैं। एनडीए के पास 112 सीटें हैं, 6 मनोनीत सांसदों का भी उसे समर्थन है। इस तरह से कुल आंकड़ा कुल 118 का हो गया लेकिन बहुमत का आंकड़ा दूर है।