नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में राजनीतिक दलों की ओर से जनता को अपनी ओर आकृषित करने के लिए लुभावने वादों की झड़ी लगाई जा रही है। हर दलों की तरफ से वादों की बरसात की गई है। इसी क्रम में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी बीते दिन एक ‘वचन’ दिया। सपा प्रमुख ने कहा कि अगर उनकी सरकार सत्ता में आती है तो वो किसान आंदोलन के दौरान शहीद किसानों को 25-25 लाख की सम्मान राशि देगी। सपा प्रमुख के इस वादे के बाद ट्विटर पर जंग छिड़ गई है। ट्विटर पर कई यूजर्स अखिलेश से कारसेवक गोलीकांड पर भी मुआवजे की मांग कर दी।
क्या किया था सपा प्रमुख ने वादा?
दरअसल, अखिलेश यादव ने ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने लिखा, ‘किसान का जीवन अनमोल होता है क्योंकि वो अन्य के जीवन के लिए अन्न उगाता है। हम वचन देते हैं कि साल 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार आते ही किसान आंदोलन के शहीदों को 25 लाख की किसान शहादत सम्मान राशि दी जाएगी।’
किसान का जीवन अनमोल होता है क्योंकि वो ‘अन्य’ के जीवन के लिए ‘अन्न’ उगाता है।
हम वचन देते हैं कि 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार आते ही किसान आंदोलन के शहीदों को 25 लाख की ‘किसान शहादत सम्मान राशि’ दी जाएगी। #किसान
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 24, 2021
सपा प्रमुख के इस ट्वीट के बाद यूजर्स उनपर टूट पड़े एक यूजर ने लिखा, ‘बिल्कुल सही वचन दे रहे हैं आप। अब आपके पिताजी (मुलायम सिंह यादव) ने जिन कारसेवकों को मरवाया था, लगे हाथ उनके लिए भी कुछ राशि आवंटित कर डालिए। कुछ पाप कम होंगे। पैसे घर से तो देने नहीं हैं तो वचन देने में क्या जाता है?’
वहीं, एक दूसरे यूजर ने लिखा, ‘क्या रामभक्तों का जीवन एकदम से फालतू था? धरती पर जो भी मनुष्य है, सबका जीवन अनमोल होता है लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि नेता उन्हीं के जीवन को महत्व देते हैं जो उनके लिए वोटबैंक के काम आ सकते हैं।’ बी पॉजिटिव नाम के एक ट्विटर यूजर ने सवाल उठाते हुए कहा, ‘(शहीद) कारसेवकों के परिवार को कितना हरजाना मिला?’
Apne personal account me se do ge…. pic.twitter.com/x0vgJHR041
— Digvijay Singh (@DigvijayHum) November 24, 2021
Gunde pic.twitter.com/WTi0z2Gw7P
— subhash (@subsharma740) November 24, 2021
बिल्कुल सही वचन दे रहे हैं आप।
अब आपके पिता जी ने जिन कारसेवकों को मरवाया था,लगे हाथ उनके लिए भी कुछ राशि आवंटित कर डालिये,कुछ पाप कम होंगे।पैसे घर से तो देने नहीं हैं,तो वचन देने में क्या जाता है।— राष्ट्रवादिराठौर (@MODIRAAJ_1) November 24, 2021
सरकारी पैसे से क्यों देंगे, अपने पर्सनल कोष से दीजिए,सरकारी कोष जनता का पैसा है आप का अधिकार नही है,वचन नही चाहिए,बल्कि आप एग्रीमेंट करिए और जनता में जो रोज आत्महत्या कर रहे हैं,आप के एक लापरवाही की सब्द की बच्चे है,वाली भाषा की वजह से जो परिवार आत्महत्या कर रहा है, उसका भी कुछ,,
— पं0 राघवेन्द्र चौबे (@chaubeyji2014) November 24, 2021
दारू पी कर मर जाने को शहीदी नही कहते अखिलेश
— अरुण मिश्र (@arunrenumishra) November 24, 2021
पहले क्यों नहीं दे रहे हो 25 25 लाख की सहायता राशि आप सहायता राशि देने का वादा कर रहे हैं या सौदेबाजी आप जीतोगे तभी मृतक किसान के घर वालों को 25 25 लाख रुपए दोगे यह सौदेबाजी वोट खरीदने की रणनीति
— Seema Khorwal (@SeemaKhorwal2) November 24, 2021
भारत का भविष्य??? इतनी लम्बी लम्बी मत छोड़ो!! चुनाव हारने के बाद मुंह कहां छिपाओगे?? pic.twitter.com/6ktlwjp540
— Ashok Kanojia (@AshokKa18667010) November 24, 2021