नई दिल्ली। आयकर विभाग ने समाजवादी पार्टी के प्रमुख नेता आजम खान और उनके करीबी सहयोगियों के आवासों और प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की। रामापुर सहित विभिन्न स्थानों पर आज सुबह शुरू हुई तलाशी ने उत्तर प्रदेश राज्य में सवाल खड़े कर दिए हैं और राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है। इस घटनाक्रम पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, जिन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर इस तरह के कार्यों के माध्यम से विपक्षी हस्तियों को निशाना बनाने के लिए अपनी शक्ति का उपयोग करने का आरोप लगाया है।
आयकर टीम सुबह करीब साढ़े सात बजे आजम खान के आवास पर पहुंची और गहन तलाशी अभियान शुरू किया। इसके साथ ही, खान से जुड़े अन्य ठिकानों के साथ-साथ उनके विश्वासपात्र नासिर खान और कानूनी सलाहकार की भी जांच की गई। इस व्यापक ऑपरेशन ने समाजवादी पार्टी और सत्तारूढ़ सरकार के बीच तीखी नोकझोंक को और बढ़ा दिया है।
अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया
अपना कड़ा असंतोष व्यक्त करते हुए, अखिलेश यादव ने सरकार के कार्यों की निंदा करने के लिए अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का सहारा लिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि जैसे-जैसे सरकार अधिक नाजुक होती जा रही है, वह विपक्षी हस्तियों पर छापे बढ़ा रही है। यह बयान उत्तर प्रदेश में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बढ़ती खाई को उजागर करता है।
सरकार जितनी कमज़ोर होगी, विपक्ष पर छापे उतने बढ़ते जायेंगे।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 13, 2023
पिछले आरोप
यह हालिया घटना अकेली नहीं है। अखिलेश यादव ने पहले केंद्र सरकार पर विपक्ष को डराने-धमकाने के हथकंडे अपनाने का आरोप लगाया था। उन्होंने विशेष रूप से टीडीपी नेता और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी को चिंताजनक प्रवृत्ति बताया। अखिलेश ने तर्क दिया कि जो लोग सत्तारूढ़ सरकार के साथ गठबंधन नहीं कर रहे हैं, उन्हें गलत तरीके से निशाना बनाया जा रहा है और उन्होंने शासन के लिए अधिक समावेशी और लोकतांत्रिक दृष्टिकोण का आग्रह किया।