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‘अरुसा आलम’ के खिलाफ जांच बैठा रहे थे पंजाब के उपमुख्यमंत्री, अमरिंदर सिंह ने ऐसे किया कांग्रेस को चित्त

अरुसा आलम को अपनी राजनीति के बीच में लाते हुए डेप्युटी सीएम सुखजिंदर रंधावा ने कहा, ‘वे अब (कैप्टन अमरिंदर सिंह)  कह रहे हैं कि यहां आईएसआई का खतरा है। हम इसमें महिला के कनेक्शन की जांच करेंगे। कैप्टन पिछले साढ़े चार साल से पाकिस्तान से आ रहे ड्रोन का मुद्दा उठाते रहे हैं।

नई दिल्ली। पंजाब में कांग्रेस छोड़कर नई पार्टी बनाने का एलान कर चुके पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर कांग्रेसी अब जोरदार प्रहार कर रहे हैं। लेकिन कैप्टन भी किसी से कम नही है उनके पास हर आरोप का ऐसा जवाब है जिससे कांग्रेस चित्त हो जाती है। कांग्रेस छोड़ने के बाद अब कांग्रेसी, अमरिंदर सिंह को घेरने में लगे हुए हैं। हाल ही में कैप्टन सरकार में मंत्री रहे और मौजूदा समय में पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर रंधावा ने एक नए विवाद को जन्म दे दिया और बाद में फिर अपनी ही कही हुई बात से पीछे हटना पड़ा! इस विवाद की केंद्र हैं अरूसा आलम नाम एक पाकिस्तानी महिला पत्रकार!

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कौन हैं अरुसा आलम? 
दरअसल अरूसा आलम एक पाकिस्तानी पत्रकार हैं। अरूसा आलम और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच दोस्ती है और ये दोस्ती कई मौकों पर देखने को मिली है। अरूसा, पाकिस्तान में ‘रानी जनरल’ के नाम से मशहूर अकलीन अख्तर की बेटी हैं। जिन्हें पाकिस्तान में एक समाजसेवी माना जाता है और राजनीति में उनकी पकड़ मज़बूत थी।  अरुसा कई बार भारत आ चुकीं हैं। 2007 में अरूसा और कैप्टन के बीच अफेयर की रिपोर्ट्स सामने आई थी। तब चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर अरूसा ने अफवाहों को खारिज किया था और खुद को अमरिंदर सिंह का दोस्त बताया था। तब अरूसा ने ये भी कहा था कि वे दोनों अच्छे दोस्त हैं और हमेशा रहेंगे।

पहले कहा जाँच जरूरी फिर अपने ही बयान से पलटे सुखजिंदर रंधावा 

अरुसा आलम को अपनी राजनीति के बीच में लाते हुए डेप्युटी सीएम सुखजिंदर रंधावा ने कहा, ‘वे अब (कैप्टन अमरिंदर सिंह)  कह रहे हैं कि यहां आईएसआई का खतरा है। हम इसमें महिला के कनेक्शन की जांच करेंगे। कैप्टन पिछले साढ़े चार साल से पाकिस्तान से आ रहे ड्रोन का मुद्दा उठाते रहे हैं।अरूसा आलम यहां साढ़े 4 साल अमरिंदर के सरकारी आवास में रहीं। उनके बारे में कुछ बातें ऐसी आ रही हैं, जिनकी जांच जरूरी है। सुखजिंदर रंधावा ने कहा कि वो डीजीपी को कह रहे हैं कि इसकी जांच करें”।

तो क्या कांग्रेस की अगुवाई वाली UPA सरकार भी ISI से मिली हुई है

इसी बीच रंधावा को जवाब देते हुए कैप्टन ने उनपर हमला बोला और साथ में एक तस्वीर शेयर की। कैप्टन ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि  क्या वे पर्सनल अटैक पर आ गए हैं। कैप्टन ने कहा कि जब रंधावा मेरी सरकार में मंत्री थे, तब तो कोई शिकायत नहीं की। अरूसा 16 साल से भारत सरकार के क्लियरेंस पर यहां आ रही हैं। सोनिया गांधी के साथ अरुसा की तस्वीर को शेयर करते अमरिंदर सिंह की तरफ से सवाल पूछा गया कि क्या रंधावा यह कह रहे हैं कि NDA के साथ कांग्रेस की अगुवाई वाली UPA सरकार भी ISI से मिली हुई है। वे ऐसी फिजूल की जांच के बजाय पंजाब में कानून व्यवस्था पर फोकस करें। दरअसल अमरिंदर सिंह साफ़ साफ कहा कि अरुसा जब भारत आईं हैं तो बाकायाद पूरी कानूनी प्रकिया के बाद..जिसमें  जिसे RAW और IB की क्लियरेंस भी शामिल है। अब कांग्रेस सरकार में भी अरुसा भारत आती रहीं हैं तो अमरिंदर सिंह का सवाल था कि क्या तब भारत सरकार ISI के साथ मिली हुई थी?  हालांकि इस बयानबाजी के बाद जब रंधावा दिल्ली आये तो मीडिया ने जब उनसे सवाल पूछा तो वे मुकर गये। उन्होंने कहा कि यह तो 2 देशों से जुड़ा मामला है, जिसकी जांच RAW ही कर सकती है।

हालांकि सोशल मीडिया के माध्यम से कैप्टन और रंधावा के बीच जुबानी जंग तेज हो गयी। साथ में और भी कांग्रेस नेता लगे हाथ अमरिंदर को घेरने में लगे हैं इसके पीछे भी वजह है कि जब तक कैप्टन के खिलाफ कोई बड़ी नकारात्मक खबर नहीं फैलाई जायेगी तो चुनाव में कैप्टन का सामना कैसे होगा? नहीं तो अगर ऐसा नहीं होता तो सालों तक कैप्टन सरकार में ही मंत्री रहे रंधावा अब तक चुप क्यों रहे!