नई दिल्ली। ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे दिग्गज TMC नेता मुकुल रॉय को लेकर पश्चिम बंगाल से लेकर दिल्ली तक सियासी सुगबुगाहट है। क्या मुकुल रॉय बीजेपी में शामिल होंगे इसको लेकर भी खूब चर्चाएं हो रही हैं। जानकारी के लिए आपको बता दें कि इससे पहले आज सुबह मुकुल रॉय के बेटे ने दावा करते हुए कहा था कि वो घर से गायब हैं। इसके कुछ ही समय बाद मुकुल रॉय दिल्ली में नजर आए। अब इसको लेकर सवाल ये उठ रहे हैं कि क्या मुकुल एक बार फिर बीजेपी का दामन थाम सकते हैं ? 2021 में बंगाल चुनाव के समय उन्होंने तृणमूल कांग्रेस को ज्वाइन करने करने का फैसला किया था। मुकुल रॉय को लेकर सोशल मीडिया पर भी कई पोस्ट वायरल हो रहे हैं जिनमें कि उनकी बीजेपी में शामिल होने का दावा किया जा रहा है।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि इससे पहले मुकुल रॉय के बेटे सुभ्रांशु ने सोमवार को बिधाननगर पुलिस थाने में पिता के लापता होने की शिकायत दर्ज करवाई थी। इसको लेकर भी सुभ्रांशु ने बीजेपी को निशाने पर लिया था। शुभ्रांशु ने अपने पिता के बीमार होने का हवाला देते हुए कहा था कि बीजेपी राज्य में डर्टी पॉलिटिक्स खेल रही है, इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि बीजेपी अभिषेक बनर्जी को भी बदनाम करने की साजिश रच रही है। बता दें, कि अभिषेक बनर्जी ममता बनर्जी के उत्तराधिकारी के तौर पर TMC के अगले बड़े नेता के तौर पर देखे जा रहे हैं। वो ममता बनर्जी के भतीजे हैं, और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव भी हैं।
#MukulRoy’s son holds a news conference, says his father has dementia & is unwell.
Claims, politics being played to malign #AbhishekBanerjee who is leading the #TMC.
Adds, monetary transaction behind the Delhi trip. #MukulRoy’s phone remains switched off. pic.twitter.com/IpqSRMAfVA
— Sreyashi Dey (@SreyashiDey) April 18, 2023
इस पूरे मामले पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नजर गड़ाए हुए हैं। सुभ्रांशु के अनुसार मुकुल रॉय के गायब होने के बाद करीब 2 बार ममता ने उनसे बात की है। नारदा स्कैम को लेकर विवादों में फंसने के बाद मुकुल रॉय भाजपा में 2017 में बीजेपी को ज्वाइन किया था। 2017 में भारतीय जनता पार्टी ने मुकुल रॉय को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बनाया, लेकिन 2021 में टीएमसी की जीत के बाद वह वापस ममता बनर्जी के साथ चले गए थे। लेकिन एक बार फिर उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलों से पश्चिम बंगाल में नया सियासी संकट खड़ा हो सकता है।