नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के सर्वेसर्वा और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पंजाब और यूपी आकर तमाम वादे कर रहे हैं। मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी, अच्छे स्कूल और न जाने क्या क्या। इसके साथ उन्होंने पंजाब में एक नया वादा भी महिलाओं से किया है। केजरीवाल ने पंजाब के मोगा में कहा कि राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव के बाद सरकार बनी, तो वह 18 साल और उससे ज्यादा उम्र की हर महिला को हर महीने 1000 रुपए देंगे। केजरीवाल का कहना है कि इससे महिलाओं को अपने खर्चे के लिए घरवालों का मोहताज नहीं होना पड़ेगा और उनको ताकत भी मिलेगी। सुनने में केजरीवाल का ये एलान बहुत अच्छा लगता है, लेकिन जब दिल्ली की बात करें, तो वहां महिलाओं को ताकत देने के मामले में वो फिसड्डी दिखते हैं।
दिल्ली में केजरीवाल ने दूसरी बार सरकार बनाई है, लेकिन अपनी सरकार में ही उन्होंने महिलाओं को परे खिसका रखा है। महिलाओं के सशक्तिकरण का उदाहरण दिल्ली में देखें, तो आम आदमी पार्टी की 7 विधायक महिला हैं। इनमें से राखी बिडलान को ही केजरीवाल ने विधानसभा की डिप्टी स्पीकर जैसा सम्माननीय पद दे रखा है। इसके अलावा स्वाति मालीवाल को उन्होंने दिल्ली विमेन कमीशन का चेयरपर्सन बना रखा है। बाकी 6 विधायकों को सरकार में कोई पद नहीं दिया गया है। आम आदमी पार्टी के सूत्रों के मुताबिक कालकाजी की विधायक आतिशी बिना किसी पद के डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया के साथ कुछ कामकाज में भागीदारी करती हैं।
सवाल ये भी खड़ा होता है कि पंजाब में 18 साल की ऊपर की हर महिला को हर महीने 1000 रुपए देने का ही केजरीवाल एलान क्यों करते हैं। ऐसा ही एलान उन्होंने दिल्ली में कभी नहीं किया और यूपी या उत्तराखंड के दौरे में भी इस बारे में कुछ नहीं कहा। साफ लग रहा है कि केजरीवाल पंजाब की महिला वोटरों को अपनी पार्टी के पाले में खींचने के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं। दिल्ली की ही बात करें, तो मुफ्त बिजली और पानी का वादा है, लेकिन बिजली कितनी कटती है और पानी कितना मिलता है, ये दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से आए दिन आने वाली तस्वीरों से साफ हो जाता है। बीजेपी की दिल्ली इकाई लगातार ऐसे फोटो ट्वीट कर केजरीवाल सरकार को लगातार घेरती रहती है।