नई दिल्ली। महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को लेकर विवादित बयान देने वाले केंद्रीय मंत्री नारायण राणे (Union Minister Narayan Rane) को राहत मिली है। महाड मजिस्ट्रेट कोर्ट ने केंद्रीय मंत्री राणे को 15 हजार के निजी मुचलके पर जमानत दे दी। इसके बाद शिवसेना और भाजपा के बीच जुबानी जंग अभी भी चल रही है। बता दें कि इस बीच संजय राउत ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट किया है। जिसमें बाल ठाकरे की फोटो के साथ लिखा गया है कि, “जिनके वजूद होते हैं, वो बिना पद के भी मजबूत होते हैं।” इस ट्वीट को लेकर माना जा रहा है कि उन्होंने उद्धव ठाकरे को मजबूत बताने की कोशिश की है। बता दें कि संजय राउत के इस ट्वीट पर लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही है। कुछ यूजर्स ने इन लाइनों को कांग्रेस और शिवसेना के एक साथ आने को लेकर लिखा है कि, “जिनके पास पद होके भी काका के ग़ुलाम होते है वही सही माईनो मै लाचार होते है।”
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) August 28, 2021
बता दें कि उद्धव ठाकरे अक्सर अपनी कार्यशैली को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। ऐसे में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ्तारी को लेकर भी वो सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर रहे। लोगों ने इसे सत्ता का गलत इस्तेमाल करार दिया। वहीं यह मामला भाजपा और शिवसेना के बीच अब जुबानी हमले पर जा टिका है। ऐसे में संजय राउत का यह ट्वीट काफी अहमियत रखता है। उन्होंने लिखा है कि, “जिनके पास पद होके भी काका के ग़ुलाम होते है वही सही माईनो मै लाचार होते है।”
इस ट्वीट को लेकर कुछ लोग नारायण राणे से जोड़ रहे हैं तो कुछ लोगों का कहना है कि बाल ठाकरे की जैसी शख्सियत थी, उसे बताने के लिए और उद्धव ठाकरे को उस ताकत का एहसास दिलाने के लिए संजय राउत ने इस ट्वीट का इस्तेमाल किया है। बता दें कि संजय राउत अपने ट्वीट में शायरी को लेकर काफी चर्चा में रहते हैं। वो शायरी के जरिए इशारों में ही अपनी बात और विरोधियों को जवाब देने के लिए भी जाने जाते हैं।
देखिए किस तरह से उनके इस ट्वीट पर लोगों अपने रिप्लाई…
जिनके वजूद होते हैं, वो बिना पद के भी मजबूत होते हैं..
और मुख्यमंत्री पद के लिए सोनिया के सामने $%& झुकते हैं!
— Abhishek | अभिषेक (@ABHIca92) August 28, 2021
जिनके पास पद होके भी काका के ग़ुलाम होते है वही सही माईनो मै लाचार होते है
— Trupti Garg (@garg_trupti) August 28, 2021
कलंकित कर दिया तुम चमनो ने कुर्सी के लिए हमारे विश्वास को , बाला साहेब के प्रति हमारे प्यार को।
— चौधरी जाट ।। राम-राम सा? ।। (@1ChoudharyJaaT) August 28, 2021
और जिनके वजूद नही होते,
वो पद पे बैठ के भी सोनिया के चमचे होते।— Facts (@BefittingFacts) August 28, 2021
जिनके वजूद होते है वो बिना पद के मजबूत होते है।
जिनके वजूद मिट्टी के ढेर समान होते है वो अक्सर सत्ता के लिए मजबूर होते है।
वो अक्सर अपने पूर्वजों के पुण्य को हमेशा ताक पर रखते है।
और उनके आदर्शों को पैरों तले रौंदकर सत्ता की मलाई चखते है.
— Rudraa_Dev (@Rudraa_Dev) August 28, 2021
— पर्यावरण प्रेमी, समीर 19 वर्ष (@SameerSam2001) August 28, 2021
वजूद की बातें आप ना करे तो बेहतर है,
सिर्फ और सिर्फ आपकी बढती हुई महत्वकांशाओ के वजह से ही भाजपा से अलग होने बाद बालासाहब के पक्ष की बडी दुर्गति हो गई है।
— Mayur Vyas (@imMvyas) August 28, 2021
बाला साहेब ठाकरे जी ने तो यह भी कहा था, हिजड़े कांग्रेस के सामने झुकते हैं, शिवसेना जिस दिन कांग्रेस के सामने झुकेगी शिवसेना खत्म कर दूंगा।
आज उद्धव ठाकरे उसी कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं।
अब बाला साहेब के कथाना अनुसार उद्धव ठाकरे को क्या कहेंगे।— Kailash Kedia (@KailashKedia15) August 28, 2021
— Mayur Patil (@myuarpatil) August 28, 2021
ये पंक्तियां आप उद्धव ठाकरे जी के फोटो के साथ क्यों नही डाल पाते ?
क्या आप भी मानते है उद्धव जी बाला साहेब ठाकरे नही हो सकते ? ??
— Baliram Yadav (@Baliramyadav007) August 28, 2021