लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार कोरोनावायरस के खिलाफ जंग में कई महत्वपूर्ण फैसले ले रही है। इसमें गरीब कल्याण योजना को जमीनी स्तर पर उतारना, कोरोनायोद्धाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करना, लॉकडाउन के पालन के लिए प्रशासन को मुस्तैद रखना जैसे कई एक्शन शामिल हैं। इसके अलावा कोरोना संकट के दौरान दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को वापस लाने के लिए भी उत्तर प्रदेश सरकार युद्धस्तर पर प्रयास कर रही है।
हरियाणा में फंसे हुए अपने करीब 11000 से ज्यादा मजदूरों को वापस लाने के बाद प्रदेश सरकार अब मध्य प्रदेश से अपने प्रवासी मजदूरों को वापस लाने में जुट गई है। राज्य सरकार के मुताबिक मध्य प्रदेश में फंसे मजदूरों को वापस लाने के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। वापसी का काम बुधवार से शुरू कर दिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी प्रेस नोट के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार देश के दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों और छात्रों को वापस लाने की कोशिश कर रही है। प्रदेश सरकार ने हरियाणा में फंसे 11 हजार मजदूरों की वापसी का प्रबंध किया है। फिलहाल इन्हें क्वारन्टीन सेंटर्स में रखा गया है। अब प्रदेश सरकार मध्य प्रदेश में फंसे मजदूरों को प्रदेश में वापस लेकर आ रही है। वापसी के बाद इन मजदूरों को क्वारन्टीन सेंटर्स में रखा जाएगा। इसके बाद ये अपने गांव वापस जा सकेंगे।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक एक जिले पर अपनी पैनी नजर बनाए हुए हैंम प्रदेश में कोरोना के हर केस को गंभीरता से लिया जा रहा है। इसी के चलते कुछ समय पहले लापरवाही और ढील के आरोप में गौतम बुद्ध नगर के डीएम को पहले उन्होंने फटकार लगाई थी। उसके कुछ समय बाद वहां नए डीएम सुहास एलवाई को लाया गया था।