नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री इन दिनों सोशल मीडिया सहित देश की मेन स्ट्रीम मीडिया में छाए हुए हैं। जहां भी देखो हर कोई उनकी ही बात करता हुआ नजर आ रहा है। दरअसल इसकी वजह पांच साल बाद उनका अपनी मां से मिलना और पैतृक गांव पंचूर, गड़वाल(उत्तराखंड) का तीन दिवसीय दौरा है।
भतीजे के मुंडन संस्कार में पहुंचे योगी जैसे ही अपने पैतृक गांव पहुंचे, तो ऐसे में उनके परिवार के सदस्यों ने सीएम योगी के छोटे भाई महेंद्र सिंह बिष्ट के बेटे का मुंडन संस्कार का प्लान बना लिया। आज योगी आदित्यनाथ अपने भतीजे के मुंडन संस्कार में पहुंचे। जहां पर वह काफी खुश नजर आ रहे थे।
उत्तराखंड की परंपरा के अनुसार किसी के मुंडन से पहले उसको हल्दी लगाई जाती है, जिसे स्थानीय भाषा में बांन देना भी कहा जाता है। इसके एक दिन पहले मंगलवार को उन्होंने शाम का वक्त अपने परिवार के साथ बिताया और दूर-दराज से आए उनके रिश्तेदारों से उनका हाल-चाल भी जाना। आज सुबह वे अपने पैतृक गांव के आस-पास स्थानीय लोगों के साथ सुबह टहलते हुए भी नजर आए, जहां पर उन्होंने बच्चों के साथ फोटो भी खिंचवाई थी।
उत्तराखंड- सीएम योगी के गांव में देखने को मिला योगी का क्रेज, गांव के लोग योगी आदित्यनाथ के साथ फोटो खिचते नजर आए pic.twitter.com/UD4lpL0nCy
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गुरू गोरखनाथ महाविद्दालय पहुंचे योगी
उत्तराखंड दौरे के पहले दिन सीएम योगी आदित्यनाथ बिध्याणी स्थित गुरू गोरखनाथ महाविद्दालय पहुंचे थे। जहां पर उन्होंने आध्यात्मिक गुरु महंत अवैद्दनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान सीएम भावुक भी नजर आएं।
उत्तराखंड- पहली बार CM योगी दिखे किसी पारिवारिक कार्यक्रम में, छोटे भाई महेंद्र सिंह बिष्ट के बेटे अनंत के चूड़ा कर्म संस्कार में हिस्सा लिया pic.twitter.com/Q1Lf5zc3ZR
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उन्होंने वहां पर संबोधन करते हुए कहा कि वह अपने आप को काफी भाग्यशाली महसूस कर रहे हैं कि उन्हें आज अपने गुरु की जन्मभूमी में उनकी प्रतिमा का अनावरण करने का मौका मिला। इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महंत अवैद्दनाथ का जन्म यहीं कांडी गांव में हुआ था और सन् 1940 के बाद वह यहां कभी नहीं आ पाए थे।