लखनऊ। जब से यूपी की सत्ता योगी आदित्यनाथ के हाथों में आई है, जबसे सीएम योगी अयोध्या में विकास कार्य पहली प्राथमिकता में हो रहे हैं। इसी को देखते हुए सीएम योगी हर साल अयोध्या में दीपोत्सव का कार्यक्रम बड़े ही धूमधाम से आयोजित करते हैं। इसके अलावा अब अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का कार्य भी शुरू हो चुका है। ऐसे में सीएम योगी चाहते हैं कि अयोध्या को विश्व स्तर पर पहचान मिले। इसके लिए सीएम योगी अयोध्या के पुरातन, ऐतिहासिक, धार्मिक, आध्यात्मिक तथा सांस्कृतिक महत्व को देखते हुए कार्य जारी है। इस कार्य में केन्द्र व राज्य सरकार दोनों इसके प्राचीन गौरव के वापस दिलाने के लिए तत्पर हैं। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी ने कहा है कि अयोध्या को वैश्विक पहचान दिलाने के साथ-साथ समस्त आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित कर इसका सर्वांगीण विकास हमारी प्राथमिकता है। भारत सरकार द्वारा अयोध्या में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का विकास एवं निर्माण कराया जा रहा है।
इसके अलावा अयोध्या तक आने वाले रेलवे ट्रैक की डबलिंग, रेलवे स्टेशन का विस्तार एवं सौन्दर्यीकरण का कार्य प्रस्तावित अयोध्या धाम की सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक परम्परा और पहचान को फिर से स्थापित करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न विकास परियोजनाएं संचालित कर रही है। वहीं इन परियोजनाओं के पूर्ण होने से अयोध्या नगरी श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए आकर्षण का बड़ा केन्द्र बन जाएगा। इसके अलावा श्रद्धालुओं और पर्यटकों को यहां सभी आवश्यक सुविधाएं सुलभ होंगी। हो रहे निर्माण कार्यों में रामायण सर्किट थीम के अन्तर्गत राम की पैड़ी का कार्य पूर्ण 1902 लाख रु0 लागत से हो रहा है। वहीं भजन संध्या स्थल परियोजना का कार्य लगभग पूर्ण दशरथ महल, सत्संग भवन, यात्री सहायता केन्द्र तथा रैन बसेरे का 80 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है।
वहीं रामकथा पार्क के विस्तारीकरण का कार्य 31 दिसम्बर, 2020 तक पूर्ण होगा। राजर्षि दशरथ स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय, अयोध्या के निर्माणाधीन भवन की वर्तमान भौतिक प्रगति 79 प्रतिशत रामायण सर्किट थीम के अन्तर्गत अयोध्या में रामकथा गैलरी, नया बस डिपो, अयोध्या बाईपास के निकट मल्टी लेवल कार पार्किंग, पंचकोशी परिक्रमा मार्ग पर यात्री छादक, सिटी वाइड इन्टरवेंशन कार्य, अयोध्या स्ट्रीट रिजुवेशन के अन्तर्गत फुटपाथ के नवीनीकरण की कार्य योजना है।
बता दें कि अयोध्या मुख्य मार्ग हनुमानगढ़ी कनक भवन पैदल यात्री मार्ग के नवीनीकरण का कार्य वर्ष के अंत तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। वहीं अन्तर्राष्ट्रीय रामलीला केन्द्र तथा सांस्कृतिक मंच ऑडिटोरियम का निर्माण तेजी से कराया जा रहा है। अमृत योजना के अन्तर्गत 5,457 लाख रु0 लागत की नगर निगम अयोध्या, पेयजल योजना फेज-3 एवं 3,789 लाख रु0 लागत की अयोध्या सीवरेज योजना फेज-2 का कार्य प्रगति पर है।