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Uttar Pradesh: योगी सरकार का बड़ा फैसला, जेलों में बंद कैदियों का जल्द होगा टीकाकरण

Uttar Pradesh: योगी आदित्यनाथ सरकार जल्द ही राज्य की जेलों में बंद सभी कैदियों का टीकाकरण करने के लिए एक विशेष अभियान शुरू करने जा रही है। सूत्रों से पता चला है कि इस मामले में सरकार जैसे ही निर्णय लेगी एसओपी के लिए ड्राफ्ट तैयार करना शुरू हो जाएगा।

नई दिल्ली/लखनऊ। योगी आदित्यनाथ सरकार जल्द ही राज्य की जेलों में बंद सभी कैदियों का टीकाकरण करने के लिए एक विशेष अभियान शुरू करने जा रही है। सूत्रों से पता चला है कि इस मामले में सरकार जैसे ही निर्णय लेगी एसओपी के लिए ड्राफ्ट तैयार करना शुरू हो जाएगा। उत्तर प्रदेश की केंद्रीय जेलों समेत कुल 74 जेलों में 1.16 लाख से अधिक कैदी बंद हैं। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, “जेल में रहने वाले कैदी संवेदनशील समूहों में आते हैं क्योंकि वे बैरक में एक-दूसरे के करीब रहते हैं और कई बार वहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना भी संभव नहीं हो पाता है। बल्कि पिछले साल महामारी के कारण कई कैदी बीमार भी हुए थे।”

Corona Vaccine

गुरुवार को कानपुर की जेल के 10 कैदियों का कोरोनावायरस टेस्ट पॉजिटिव आया है। इससे पहले जनवरी में बस्ती में 117 कैदियों और कई जेल अधिकारियों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया था। सिद्धार्थनगर, आगरा और झांसी की जेलों में भी ऐसे मामले सामने आए थे। हालांकि, पिछले साल लॉकडाउन के दौरान कई कैदियों को पैरोल पर घर भेजा गया था ताकि जेल के अंदर कैदियों की संख्या कम की जा सके।

Yogi adityanath

एसओपी को लेकर सूत्रों ने कहा, “स्थानीय प्रशासन जेल परिसरों में टीकाकरण शिविर लगाएगा। साथ ही टीकाकरण के बाद किसी भी प्रतिकूल घटना की आशंका को देखते हुए कैदियों को अस्पताल ले जाने के लिए एंबूलेंस आदि भी तैयार रखी जाएंगी। हालांकि अब तक एक प्रतिशत से भी कम मामलों में लोगों ने किसी तरह के प्रतिकूल प्रभाव की बात कही है।”

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अधिकारी ने यह भी कहा कि कैदियों का डेटा राज्य के गृह विभाग और जिला अधिकारियों के पास पहले से ही उपलब्ध है। लिहाजा संख्या के आधार पर सभी कैदियों का 2 दिनों में टीकाकरण किया जा सकता है। सारी व्यवस्थाएं होने के बाद अगले हफ्ते कैदियों का टीकाकरण किया जा सकता है।

Yogi adityanath

राज्य के गृह विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “एक भी मामला सामने आने पर रोगी के संपर्क में आए सभी लोगों का पता लगाने के लिए ढेर सारे टेस्ट करने पड़ते हैं, ऐसे में कैदियों का टीकाकरण करना तार्किक विचार है।”