नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को अयोध्या पहुंचे। वे राम मंदिर के पक्ष में फैसला आने के बाद पहली बार अयोध्या पहुंचे। उन्होंने अयोध्या में विकास की स्थितियों की समीक्षा की। योगी ने अयोध्या में मुख्यमंत्री आरोग्य मेला का उद्घाटन भी किया।
इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वे 500 सालो बाद भव्य राम का मंदिर का रास्ता साफ होने के बाद पहली बार अयोध्या आए हैं। मोदी जी ने जो कहा वो करके दिखा दिया। भव्य मंदिर के निर्माण का रास्ता प्रशस्त हुआ। ये उनके यशस्वी नेतृव का प्रतीक है ।
अयोध्या में योगी आदित्यनाथ ने स्थानीय विकास और राम मंदिर के विषय में प्रशासनिक गतिविधियों की समीक्षा की। उन्होंने इस दौरान जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए। योगी आदित्यनाथ सुग्रीव किला में आयोजित साकेतवासी स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य के बैकुंठ महोत्सव कार्यक्रम में शरीक होंगे। वे मणिदास छावनी के महंत नृत्य गोपाल दास से भी मिलेंगे।
उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या को विकसित करने के लिए कई योजनाओं की घोषणा की है। विशेषकर मंदिर के निर्माण से पर्यटन को भी नई गति मिलने की पूरी उम्मीद है। योगी आदित्यनाथ का पूरा ध्यान अयोध्या को विश्वस्तरीय नगरी बनाने पर है। इससे पर्यटकों की संख्या में खासी वृद्धि हो सकेगी। अयोध्या को पूर्वांचल पथ से जोड़ने की भी संभावना है।
इतना ही नही बल्कि अयोध्या में कर्तनिया घाट से क्रूज चलाए जाने की भी संभावना है। इससे आध्यात्मिक, सांस्कृतिक के अलावा आर्थिक रूप से यहां का पर्यटन काफी उन्नत होगा।